
जबलपुर, 27 दिसंबर, 2024
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई जबलपुर शहर में हड़कंप मचाने वाली खबर बन गई है। ED की टीम ने शहर के प्रतिष्ठित बिल्डर रोहित तिवारी के शास्त्री नगर स्थित आलीशान बंगले पर छापा मारा। रोहित तिवारी, जो शहर के बड़े बिल्डरों में गिने जाते हैं और अपनी लक्ज़ीरियस जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध हैं, अब प्रवर्तन निदेशालय की जांच के घेरे में हैं।
यह कार्रवाई सुबह के समय शुरू हुई जब ED अधिकारी “प्रेस” लिखी गाड़ी में पहुंचे। शास्त्री नगर में स्थित तिवारी के घर के बाहर सुरक्षा के मद्देनजर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को तैनात किया गया। बंगले में मौजूद सभी सदस्यों से पूछताछ की जा रही है।
रोहित तिवारी के नाम शहर के गढ़ा और चौकीताल इलाकों में कई टाउनशिप हैं। इसके साथ ही, उनके कई बड़े नेताओं और अफसरों से करीबी रिश्ते माने जाते हैं। रोहित तिवारी, RTO के पूर्व कांस्टेबल सौरभ शर्मा के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं। सौरभ शर्मा, जिनके घर से हाल ही में करोड़ों की नकदी, सोना और चांदी बरामद हुई थी, का पैसा रोहित तिवारी के जरिए विभिन्न प्रोजेक्ट्स में निवेश किए जाने की बात सामने आ रही है।
सूत्रों के अनुसार, रोहित तिवारी का बंगला बेहद शानदार और लक्ज़री सुविधाओं से लैस है। यह कार्रवाई ED द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी संपत्ति के मामलों में की जा रही जांच का हिस्सा है। ऐसा कहा जा रहा है कि सौरभ शर्मा और रोहित तिवारी के बीच गहरा आर्थिक गठजोड़ है। शर्मा के घर से मिली संपत्ति ने ED को इस मामले में गहराई से जांच करने के लिए प्रेरित किया। रोहित तिवारी का नाम जबलपुर में सम्मानित और बड़े बिल्डरों की सूची में आता है, लेकिन उनकी लक्ज़ीरियस जीवनशैली और संपत्ति के स्रोत अब संदेह के घेरे में हैं। उनकी संपत्तियों और निवेशों को लेकर ED अब जांच को और गहराई में ले जा रही है।
इस कार्रवाई के परिणामस्वरूप न केवल रोहित तिवारी, बल्कि उनके संपर्क में आने वाले अन्य प्रमुख लोगों पर भी सवाल उठने लगे हैं। जांच की दिशा और इस मामले में जुड़े अन्य व्यक्तियों की भूमिका पर शहर की नजरें टिकी हुई हैं।






