भोपाल, 07 नवंबर, 2024
मध्य प्रदेश में होने जा रहे विजयपुर और बुधनी उपचुनाव के बीच भारतीय जनता पार्टी को एक बड़ी चिंता सता रही है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है, ऐसे में बीते दिनों भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ने ग्वालियर में बैठक ली थी जिसमें भाजपा नेताओं को जो आंकड़े दिखाए गए हैं। वह वाकई बीजेपी के लिए चिंता करने वाले हैं। दरअसल बीते दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने ग्वालियर के एक होटल में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ एक बैठक ली थी। उनके द्वारा यूँ तो प्रदेश BJP के सदस्यता अभियान की तारीफ की गई और कार्यकर्ताओं की इस मेहनत को सराहा गया था,लेकिन इस दौरान उन्होंने एक बड़े मुद्दे पर चिंता जाहिर कर कार्यकर्ताओ को उससे जुड़े आंकडे भी दिखाए हैं, जिसके कारण विजयपुर और बुधनी उपचुनाव का अंदरूनी सियासी मिजाज गरमा गया है।
अल्पसंख्यक और SC वर्ग से जुड़ा है मुद्दा
बीएल संतोष ने बैठक में सभी को बताया है कि 2018 की कमलनाथ सरकार के समय से लेकर हाल ही में हुए विधानसभा लोकसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम और SC वोटर्स ने BJP से दूरी बनाई है। सदस्यता अभियान में भी मुस्लिम और SC वर्ग कम संख्या में BJP के सदस्य बने है। ऐसे में सभी वर्ग, जाति को साथ लेकर पार्टी को आगे आना होगा। सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारीयो को इन दोनों को जोड़ने में ज्यादा मेहनत करनी होगी। यह सम्भव करने के लिए बीएल संतोष ने सभी को “सर्वस्पर्शी और सर्वव्यापी” का मंत्र भी दिया है।
वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस का कहना है कि BJP की केन्द्र और प्रदेश सरकार की नीतियों से मुस्लिम और SC वर्ग प्रताड़ित परेशान है।इनके उत्थान का काम शुरू से ही कांग्रेस ने किया है,यही वजह है कि सभी जातियों के साथ ही विशेष रूप से मुस्लिम और SC दोनों वंचित वर्ग कांग्रेस के साथ हमेशा खड़े रहते है। BJP इसी वजह से चिन्ता भी अब सताने लगी है। ऐसे में वो समय अब दूर नही जब देश और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होगी।
बता दें, प्रदेश में बुधनी और विजयपुर सीट पर उपचुनाव हो रहा है। यही वजह है कि प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में रिकॉर्ड सीट जीतने वाली BJP पार्टी इन दोनों सीट पर हो रहे उपचुनाव में भी बड़ी जीत हासिल करने के प्रयास में जुटी हुई है। ऐसे में अल्पसंख्यक मुस्लिम और एससी एसटी वोटर्स का रुझान कांग्रेस के पक्ष में नजर आने से बीजेपी की चिंता बढ़ रही हैं यही वजह है कि अब बीजेपी इन वोटर्स पर ज्यादा फोकस करने की तैयारी में है।