देवास, 28 दिसंबर, 2024
देवास जिले के सोनकच्छ तहसीलदार व शिक्षक को शुक्रवार शाम उज्जैन लोकायुक्त टीम ने 7 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। शिक्षक तहसील कार्यालय में अटैच है। प्लॉट के नामांतरण के बदले तहसीलदार के अधीनस्थ स्टॉफ ने रिश्वत की मांग की थी।
दरअसल, कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रवींद्र दांगिया ने शिकायत दर्ज कराई थी। आवेदक दांगिया ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन को आवेदन किया कि मेरे नाम ग्राम कुमारिया राव इंदौर- भोपाल रोड पर भूमि है जिसके नामांतरण के लिए लोकसेवा कार्यालय सोनकच्छ में 1 माह पूर्व आवेदन किया था। यहां पर जयसिंह परमार ने तहसीलदार से काम करवाने का बोला। इस हेतु कुल 7000/- रूपये की मांग की। इस शिकायत का सत्यापन पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन द्वारा डीएसपी सुनील तालान से कराया तो शिकायत सही पाई गई। इस पर से आज दिनांक 27/12/24 को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन अनिल विश्वकर्मा द्वारा ट्रैप दल का गठन किया गया। तहसील परिसर सोनकच्छ में पहले प्राथमिक शिक्षक ने आवेदक से राशि प्राप्त की और तहसीलदार को ले जाकर उनके चैंबर में द। इस दौरान आसपास तैनात लोकायुक्त टीम ने दोनों को रिश्वत की राशि 7000/- रूपये सहित पकड़ लिया।
शुक्रवार को तहसीलदार मनीष जैन खाद वितरण व्यवस्था का निरीक्षण करने वेयर हाउस गए थे। वापस आने पर फरियादी दांगिया ने बाबू जय सिंह को सात हजार रुपए दिए। बाबू ने यह राशि तहसीलदार को सौंपी, जिसके तुरंत बाद लोकायुक्त टीम ने दोनों को पकड़ लिया। बाबू जय सिंह तहसील कार्यालय में अटैच प्राथमिक शिक्षक है। लोकायुक्त ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।