
महाकुंभ नगर,20 जनवरी 2025:
यूपी के प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ नारी सशक्तीकरण को लेकर भी नया इतिहास लिख रहा है। महाकुम्भ में मातृ शक्ति ने अखाड़ों से जुड़ने में गहरी रुचि दिखाई है। रविवार को संन्यासिनी श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े में सौ से अधिक महिलाओं को महिला नागा की दीक्षा दी गई।
नारी सशक्तीकरण की जगी अलख, सौ से अधिक महिलाओं ने ली नागा संस्कार की दीक्षा
संन्यासिनी श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की महिला संत दिव्या गिरी बताती हैं कि रविवार महाकुम्भ में अकेले श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के अंतर्गत सौ से अधिक महिलाओं की संन्यास दीक्षा दी गई।अखाड़े में इसे लेकर रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया चल रही है जिसके पहले चरण में 102 महिला संत को नागा दीक्षा दी गई। उन्हें सूत का बिना सिला पौने तीन मीटर का कपड़ा पहनाकर उनका मुंडन संस्कार किया गया। गंगा स्नान के उपरांत इनके हाथ में एक कमंडल , गंगा जल और एक दंड दिया गया। जिसे लेकर वह शेष संस्कार जिसमें पहले ध्वजा के नीचे और गंगा जी में पूरा करेंगी। अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी अंतिम दीक्षा देंगे।

फ्रांस व नेपाल से भी पहुंचीं महिलाएं
महिला नागा संन्यासिनियों की दीक्षा में विदेशी महिलाओं ने भी हिस्सा लिया और अब वह भी संन्यासिनी श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की सदस्य बन गई हैं। इटली से आई बांकिया मरियम ने नागा दीक्षा ली है। उन्हें नया नाम शिवानी भारती दिया गया है। इसी तरह फ्रांस की बेकवेन मैरी अब दीक्षा लेकर कामख्या गिरी बन गई हैं। नेपाल की महिला संत मोक्षिता राय ने भी जूना के महिला अखाड़े में नागा दीक्षा ली है। उनका अब अखाड़े से दिया गया नाम मोक्षिता गिरी हो गया है।






