मुंबई, 8 मार्च 2025
महाराष्ट्र में धर्मांतरण और लव जिहाद से जुड़े मुद्दों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय पार्टी (भाजपा) के नेता अतुल भातखलकर और सुधीर मुनगंटीवार ने महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र के दौरान एक निजी सदस्य विधेयक पेश किया है। इस विधेयक में जबरन धर्मांतरण और विवाह के बाद होने वाले धर्मांतरण के खिलाफ ठोस कानूनी कदम उठाने की बात कही गई है।सुधीर मुनगंटीवार ने विधेयक के बारे में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इसे पेश करना ऐसे मामलों को रोकने के लिए एक आवश्यक कदम है, जहां व्यक्तियों को अपना धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जाता है या उन पर दबाव डाला जाता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विधेयक का प्राथमिक लक्ष्य न केवल जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों को संबोधित करना है, बल्कि विवाह से जुड़े एकतरफा धर्म परिवर्तन के मामलों को भी संबोधित करना है।
प्रस्तावित कानून में ऐसे प्रावधान शामिल हैं जो किसी भी धर्म के व्यक्ति को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करना एक आपराधिक अपराध बना देंगे। मुनगंटीवार ने आगे कहा कि अगर विधेयक को चर्चा के लिए विधानसभा में लाया जाता है, तो वह ऐसी प्रथाओं को रोकने के उद्देश्य से कड़े शैक्षिक प्रावधानों की सिफारिश करने की योजना बना रहे हैं।
भाजपा के इस कदम ने राज्य में विभिन्न हितधारकों के बीच चर्चा को बढ़ावा दिया है, क्योंकि जबरन धर्मांतरण और लव जिहाद के मुद्दे भारतीय राजनीति में विवादास्पद विषय बने हुए हैं। इस विधेयक से धार्मिक स्वतंत्रता, व्यक्तिगत पसंद और ऐसे मामलों में राज्य की भूमिका पर बहस फिर से शुरू होने की उम्मीद है। जैसे-जैसे सत्र आगे बढ़ेगा, सभी की निगाहें इस विवादास्पद कानून और महाराष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने पर इसके प्रभावों को लेकर विधानसभा में होने वाली चर्चाओं पर टिकी रहेंगी।