हैदराबाद, 22 अप्रैल 2025:
साउथ सुपरस्टार महेश बाबू की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें एक मनी लॉन्ड्रिंग केस में समन जारी किया है। यह मामला हैदराबाद की दो नामी रियल एस्टेट कंपनियों – साईं सूर्या डेवलपर्स और सुराणा प्रोजेक्ट्स से जुड़ा हुआ है, जिन पर करोड़ों की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। ईडी ने महेश बाबू को 28 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने का नोटिस भेजा है।
रिपोर्ट के अनुसार, महेश बाबू इन कंपनियों के लिए ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम कर चुके हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने इस भूमिका के लिए 5.9 करोड़ रुपये की फीस ली थी, जिसमें से 3.4 करोड़ रुपये चेक से और 2.5 करोड़ रुपये नकद दिए गए थे। यह रकम अब ईडी की जांच के दायरे में है क्योंकि यह संदेह जताया जा रहा है कि यह पैसा मनी लॉन्ड्रिंग चैनल से आया हो सकता है।
मामला साईं सूर्या डेवलपर्स के ‘ग्रीन मीडोज’ नामक प्रोजेक्ट से जुड़ा हुआ है। इस प्रोजेक्ट के लिए महेश बाबू को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया था, जिससे लोगों का विश्वास बढ़ा और उन्होंने निवेश किया। लेकिन बाद में आरोप लगे कि प्लॉट्स को कई बार बेचा गया और फर्जी रजिस्ट्रेशन किए गए। तेलंगाना पुलिस ने भी इस संबंध में एफआईआर दर्ज की है। कंपनी के मालिक सतीश चंद्र गुप्ता पर धोखाधड़ी के गंभीर आरोप हैं।
हालांकि महेश बाबू की भूमिका सिर्फ प्रचार तक सीमित थी, लेकिन उनके नाम का इस्तेमाल कर आम लोगों को लुभाया गया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि महेश बाबू इस घोटाले में प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं या नहीं, लेकिन उनके खिलाफ समन जारी होने के बाद मामला गर्मा गया है। ईडी की आगामी पूछताछ से यह साफ हो सकेगा कि एक्टर की इस पूरे मामले में क्या भूमिका रही है।