लखनऊ, 19 फरवरी 2025:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहने पर राजनीतिक विवाद गहरा गया है। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके बयान का समर्थन किया, जबकि भाजपा नेताओं ने इसे सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति का अपमान बताया।

अखिलेश यादव ने किया ममता का समर्थन
अखिलेश यादव ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन करते हुए कहा, “उन्होंने जो कहा, वह सही है। बंगाल से भी कई लोगों की मौत हुई, लेकिन उनकी सूची में नाम तक नहीं है। यह महाकुंभ क्यों आयोजित किया गया, जब प्रशासन व्यवस्थाएं नहीं संभाल सका?”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कुंभ को एक भव्य आयोजन के रूप में प्रचारित किया, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और थी। उन्होंने कहा कि प्रशासन की लापरवाही से हजारों लोग बीमार हुए और कई लापता हो गए।

भाजपा ने ममता के बयान को बताया हिंदू विरोधी
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने ममता बनर्जी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह मुस्लिम समर्थकों को खुश करने की कोशिश है और ममता को इसका खामियाजा भुगतना होगा। विपक्षी नेता अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।”
वहीं, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ममता और अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा, “महाकुंभ को ‘मृत्यु कुंभ’ कहना करोड़ों हिंदुओं का अपमान है। उन्हें अपने इस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए।”
ममता बनर्जी ने क्या कहा था?
ममता बनर्जी ने गत दिवस महाकुंभ में भगदड़ और अव्यवस्थाओं का जिक्र करते हुए कहा था, “महाकुंभ अब मृत्यु कुंभ बन गया है। गरीबों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया, जबकि वीवीआईपी लोगों को विशेष सुविधाएं दी गईं।” उन्होंने आरोप लगाया कि कुंभ मेले में हुई मौतों की वास्तविक संख्या को छिपाया गया है और सरकार ने इसे राजनीतिक रूप से भुनाने की कोशिश की है।