
देहरादून, 15 सितंबर 2025:
देवभूमि उत्तराखंड से विदाई के अवसर पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने सोमवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर उत्तराखंड सरकार के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस दौरान सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें चारधाम का पावन प्रसाद और प्रदेश के अंब्रेला ब्रांड ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ के उत्पाद स्मृति स्वरूप भेंट किए।
डॉ. रामगुलाम ने उत्तराखंड की परंपरागत आतिथ्य संस्कृति की सराहना करते हुए राज्य सरकार और जनता का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हिमालय की गोद में बसे उत्तराखंड का आध्यात्मिक वातावरण और यहां के लोगों का आत्मीय व्यवहार उनके लिए अविस्मरणीय अनुभव है। उन्होंने अपनी इस यात्रा को केवल राजनीतिक न मानकर सांस्कृतिक और भावनात्मक जुड़ाव की यात्रा बताया।
उन्होंने कहा कि भारत और मॉरीशस के रिश्ते सिर्फ राजनयिक स्तर तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इनकी जड़ें साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर में गहराई से पैठी हुई हैं। गंगा-गंगेया संस्कृति और भारतीय परंपराएं मॉरीशस की सामाजिक संरचना का अहम हिस्सा हैं। यही कारण है कि यह दौरा दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने वाला साबित होगा।
राज्य सरकार के प्रतिनिधियों ने उन्हें ‘हाउस ऑफ हिमालयाज’ ब्रांड से जुड़ी जानकारियां दीं, जो हिमालयी जैव-विविधता और प्राकृतिक संसाधनों पर आधारित है और उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दिला रहा है।
प्रधानमंत्री रामगुलाम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि और मजबूत हुई है। इसका सकारात्मक असर भारत-मॉरीशस संबंधों पर भी पड़ा है। उन्होंने विश्वास जताया कि भविष्य में शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति और वाणिज्य जैसे क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग के नए अवसर खुलेंगे।
उनका यह दौरा केवल औपचारिकता नहीं रहा, बल्कि भारत-मॉरीशस संबंधों में नई ऊर्जा और नई दिशा देने वाला साबित हुआ। देवभूमि से मिला आध्यात्मिक संदेश और आतिथ्य की गर्माहट उनके साथ लंबे समय तक बनी रहेगी।