लखनऊ, 20 दिसंबर 2025:
कोडीनयुक्त कफ सीरप तस्करी रैकेट को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में घमासान लगातार तेज होता जा रहा है। इस मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। शनिवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के गंभीर आरोपों के बाद प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तीखा पलटवार किया।
उन्होंने सपा पर सीधे तौर पर माफिया को संरक्षण देने का आरोप लगाया। मीडिया से बातचीत में डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि कोडीनयुक्त कफ सीरप कांड में जो भी दोषी है उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अखिलेश यादव किसी को नहीं बचा सकते। मौर्य ने दावा किया कि इस पूरे मामले में पुलिस और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच चल रही है। जांच एजेंसियां पूरी स्वतंत्रता के साथ कार्रवाई कर रही हैं।
डिप्टी सीएम मौर्य ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी और माफिया एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकते। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा के पास कार्यकर्ता नहीं हैं बल्कि उनके साथ गुंडे, अपराधी और माफिया जुड़े हुए हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि कफ सीरप तस्करी के पीछे जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
डिप्टी सीएम ने अखिलेश यादव के SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) को लेकर किए गए ट्वीट्स पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बिहार में हार के बाद अखिलेश यादव का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। मौर्य के अनुसार अखिलेश हर दिन SIR को लेकर नए शब्द और नए मुद्दे गढ़ रहे हैं। SIR लोकतंत्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
केशव मौर्य ने चुनाव आयोग का धन्यवाद करते हुए कहा कि भाजपा कार्यकर्ता हर बूथ पर कड़ी मेहनत कर रहे हैं और संगठन पूरी मजबूती से काम कर रहा है। उन्होंने दोहराया कि प्रदेश सरकार अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। फिलहाल, कोडीन कफ सीरप तस्करी मामले ने सियासी तापमान बढ़ा दिया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीति और तेज होने के आसार हैं।






