
लखनऊ, 20 अप्रैल 2025:
बहुजन समाज पार्टी प्रमुख एवं यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर रविवार को एक के बाद एक कई पोस्ट करते हुए मायावती ने सपा को दलित विरोधी करार दिया। उस पर बहुजन समाज के खिलाफ काम करने के गंभीर आरोप लगाए।
मायावती ने कहा कि सपा, कांग्रेस और भाजपा जैसी ही एक पार्टी है, जिसने कभी भी बहुजन समाज विशेष रूप से दलितों के कल्याण के लिए सच्ची नीयत नहीं दिखाई। उन्होंने आरोप लगाया कि इन दलों ने दलितों को उनका संवैधानिक अधिकार देने के बजाय उन्हें लगातार शोषण, अन्याय और गरीबी की ओर धकेला है।
उन्होंने सपा पर विश्वासघात और 2 जून को जानलेवा हमले का भी आरोप लगाया। साथ ही, प्रमोशन में आरक्षण संबंधी विधेयक को संसद में फाड़ने, और बीएसपी सरकार में महापुरुषों के नाम पर बने जिलों, पार्कों, शिक्षण संस्थानों और मेडिकल कॉलेजों के नाम बदलने जैसे कार्यों को “घोर जातिवादी कृत्य” बताया। इसे उन्होंने “अक्षम्य अपराध” करार दिया।
बसपा प्रमुख ने यह भी कहा कि पार्टी के निरंतर प्रयासों से उत्तर प्रदेश में जातिवादी व्यवस्था को कमजोर कर समतामूलक समाज की स्थापना की दिशा में काफी प्रगति हुई है, लेकिन सपा अपने “संकीर्ण राजनीतिक स्वार्थ” के चलते इस मिशन को बाधित करने में लगी हुई है।

मायावती ने लोगों से कहा कि वे सपा, कांग्रेस और भाजपा जैसी पार्टियों से सतर्क रहें, जो सिर्फ बहुजन समाज के वोटों के लिए “छलावा” करती हैं। उन्होंने दोहराया कि बसपा ही एकमात्र पार्टी है जो बहुजन समाज को शासक वर्ग बनाने के लिए पूरी तरह समर्पित और संघर्षरत है।






