अनमोल शर्मा
मेरठ, 31 मार्च 2025:
उत्तर प्रदेश के मेरठ में सोमवार को ईदगाह में नमाज अदा करने के बाद मुस्लिम समुदाय ने विरोध जताते हुए एक पोस्टर लहराया, जिसमें सड़कों पर धार्मिक आयोजनों को लेकर सवाल उठाए गए। पोस्टर पर लिखा था, “सड़कों पर सिर्फ मुस्लिम नमाज नहीं पढ़ते हैं।” इसके साथ ही हिन्दू धर्म के विभिन्न त्योहारों का उल्लेख किया गया, जिसमें कहा गया कि हिंदू होली, शिवरात्रि, कांवड़ यात्रा, रामनवमी, दिवाली और गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार सड़कों पर मनाते हैं। कुछ लोगों ने फिलिस्तीन को फ्री कराने के भी नारे तख्तियों पर लिखे थे।
इस विरोध प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है। पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति को टाला जा सके।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि केवल मुस्लिम समुदाय को सड़कों पर नमाज पढ़ने को लेकर निशाना बनाया जाता है, जबकि अन्य धर्मों के त्योहारों पर सड़कों का उपयोग सामान्य रूप से किया जाता है। हालांकि, प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
घटना को लेकर विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक संगठनों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। पुलिस का कहना है कि स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।