मयंक चावला
आगरा, 22 नवंबर 2024:
फतेहपुरसीकरी के विधायक चौधरी बाबूलाल अपने पुत्र डॉ. रामेश्वर चौधरी के कॉलेज के छात्रों का परीक्षा केंद्र रातोंरात बदले जाने के विरोध में आज सुबह डॉ. आंबेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस स्थित कुलपति आवास पर पहुंच गए। विधायक ने इस कार्रवाई पर कड़ा विरोध दर्ज कराया। उनके साथ डॉ. रामेश्वर चौधरी और कॉलेज के वे छात्र भी मौजूद थे, जो आज सुबह परीक्षा देने से वंचित रह गए।
डॉ. रामेश्वर चौधरी का किरावली में चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय है। विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए इस कॉलेज के छात्रों का परीक्षा केंद्र सीके कॉलेज निर्धारित किया गया था। छात्रों ने बीते दिन इसी केंद्र पर एक पेपर की परीक्षा दी थी।
हालांकि, गुरुवार रात को विश्वविद्यालय ने चौधरी रघुनाथ सिंह महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र बदलकर मंगूर्रा स्थित महाराणा प्रताप कॉलेज कर दिया। परीक्षा केंद्र बदलने की जानकारी कई छात्रों तक नहीं पहुंच पाई, और वे शुक्रवार सुबह सीके कॉलेज पहुंचे, जहां उन्हें पता चला कि उनका परीक्षा केंद्र अब दस किलोमीटर दूर महाराणा प्रताप कॉलेज में है।
परीक्षा केंद्र की इस अचानक बदलाव के चलते कई छात्र समय पर नया केंद्र नहीं पहुंच सके और परीक्षा देने से वंचित रह गए। छात्रों ने इस बारे में कॉलेज संचालक डॉ. रामेश्वर चौधरी को सूचित किया। इसके बाद विधायक चौधरी बाबूलाल और डॉ. रामेश्वर चौधरी ने कुलपति के आवास पर पहुंचकर इस मुद्दे पर कड़ा विरोध जताया।
कुलपति डॉ. आशु रानी ने बातचीत में कहा कि उन्हें इस बदलाव की जानकारी नहीं थी। परीक्षा केंद्रों का निर्धारण परीक्षा नियंत्रक द्वारा किया जाता है। उन्होंने इस मामले की जांच कराने और गलती को सुधारने का आश्वासन दिया।
डॉ. रामेश्वर चौधरी ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि यह काम परीक्षा नियंत्रक का न होकर दबाव में किया गया है। “जो हमसे लड़ना चाहते हैं, वे सामने आकर लड़ें। छात्रों को इस साजिश का शिकार क्यों बनाया जा रहा है?” उन्होंने तीखे शब्दों में कहा।
अब इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।