सीतापुर, 8 नवंबर 2025:
मनरेगा कार्यों में फर्जीवाड़े का मामला उजागर हुआ है। जांच में पता चला कि राष्ट्रीय मोबाइल मॉनिटरिंग प्रणाली (एनएमएमएस) पर मजदूरों की पुरानी तस्वीरें अपलोड कर फर्जी तरीके से मस्टर रोल तैयार किया जा रहा था। मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे अफसरों को कार्यस्थल पर न तो कोई श्रमिक मिला और न ही कोई वास्तविक कार्य होता दिखा — केवल घास उगी थी।
जानकारी के अनुसार, मछरेहटा ब्लॉक की ग्राम पंचायत भिटौरा में मनरेगा के तहत चल रहे दो कार्यों की जांच मनरेगा उपायुक्त चंदन देव पांडेय, बीडीओ राजेश तिवारी और अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी बाबूराम ने की। दोनों स्थलों पर 90 श्रमिक ऑनलाइन कार्यरत दिखाए गए थे, जबकि मौके पर एक भी मजदूर मौजूद नहीं था। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि एनएमएमएस ऐप पर कोई उपस्थिति दर्ज नहीं की गई थी। कार्यस्थल पर पुराने कार्य की फोटो बार-बार अपलोड कर नए कार्य के रूप में दिखाया जा रहा था। इस कृत्य से मस्टर रोल निकालकर धोखाधड़ी की कोशिश की गई।
इस पर उपायुक्त चंदन देव पांडेय ने ग्राम प्रधान हरि प्रसाद और रोजगार सेवक पवन को तलब कर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि फर्जीवाड़ा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई तय है, संबंधित लोग तैयार रहें। उपायुक्त ने बताया कि भिटौरा गांव में श्रमिकों की फर्जी हाजिरी और पुरानी फोटो अपलोड कर मस्टर रोल निकालने का मामला गंभीर है। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है और कार्रवाई की संस्तुति की जा रही है।






