
आदित्य मिश्र
अमेठी, 8 सितंबर 2025 :
यूपी के अमेठी जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव के बाद तबीयत खराब होने पर जच्चा-बच्चा में दम तोड़ दिया। नाराज परिजनों का आरोप है कि केंद्र में संसाधनों की कमी दिखी वहीं इलाज में भी लापरवाही की गई और नजदीकी मेडिकल कॉलेज रेफर करने का फैसला न लेने से दोनों की जान चली गई। परिवार ने प्रसव केंद्र पर संसाधनों की कमी पर भी सवाल उठाए। इस मामले में सीएमओ ने रेफर न करने के आरोप की जांच कराने की बात कही है।
मामला थाना शिवरतनगंज में ब्लॉक सिंहपुर के सातन का पुरवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। यहां गढ़ीअलादाद गांव निवासी गयासुद्दीन की पत्नी अमीना खातून (35) को प्रसव के लिए लाया गया था। परिवार के सदस्य जियाउल हक ने बताया कि रविवार को भर्ती हुई अमीना का 11 बजे रात में प्रसव हुआ। नवजात को सांस लेने में दिक्कत और अमीना को अधिक रक्तस्राव होने के बाद भी एक घंटे तक किसी उच्च स्तरीय अस्पताल रेफर नहीं किया गया।
तबियत अधिक बिगड़ने पर जिला अस्पताल रायबरेली भेजा गया। जिला अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। ग्रामीणों ने प्रसव केंद्र में जरूरी चिकित्सकीय संसाधनों की कमी और प्रसूता के उपचार पर सवाल उठाए। मृतक की सास हुम्मे कुलसुम, बहन अलीजा बानो और पुत्र जियाउद्दीन गहरे सदमे में हैं। परिवार का कहना है कि पास में मौजूद मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद जिला अस्पताल रेफर कर उपचार में देरी की गई। परिजनों द्वारा कहा गया कि मृतका के पति गयासुद्दीन मुम्बई में काम करते हैं उनके आने के बाद मामले की शिकायत करेंगें।
इस मामले को लेकर सीएमओ डॉ. अंशुमान सिंह ने बताया कि उपचार में लापरवाही के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज न भेजने और जिला अस्पताल रेफर करने के आरोप की जांच करवाई और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।






