
अनमोल शर्मा
मुजफ्फरनगर, 2 सितंबर 2025 :
यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में तीन दिन से लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक पेड़ सड़कों पर गिर जाने से वाहनों के पहिए थम गए। वहीं कई घर भी जमींदोज हो गए। दफ्तर और बाजार जलभराव के शिकार हैं। इस दौरान हुए हादसों में एक की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।
मुजफ्फरनगर में रविवार से शुरू हुआ बारिश का क्रम रुक नहीं रहा है। शहर के निचले हिस्सों में जलभराव हो गया। शिव चौक से लोगों का गुजरना मुश्किल रहा। सरकुलर रोड पर पेड़ टूट कर विद्युत लाइन पर गिर गया। इससे विद्युत आपूर्ति के साथ ही यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हो गई। पुलिस ने वनवे कराकर वहां से वाहनों को निकलवाया। यही हाल जनकपुरी, रैदासपुरी, शिक्षक कॉलोनी, आर्यपुरी, बुढ़ाना मोड, नई मंडी समेत शहर के अन्य इलाकों का दिखा।
वहीं गढ़ी देशराज गांव में तो पशुओं का चारा काटते समय बिजली का करंट लगने से किसान बिजेंद्र प्रजापति की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि 6 लोग इन तीन दिनों की बरसात के चलते घायल हुए हैं। जगह जगह सड़को पर पेड़ गिर गए जिसके चलते लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है बाजारों गलियों सड़कों पर बरसात का पानी भरा हुआ है। मिमलाना रोड पर एक स्कूल की दीवार गिरने से सायदा का घर क्षतिग्रस्त हो गया उसका कहना है कि बारिश की वजह से और सामान भी मलबे में दब गया। उसका ढाई तीन लाख का नुकसान हो गया। घर की छत भी गिरने का खतरा बना हुआ है। उसने निर्माण के लिए प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
एडीएम गजेंद्र सिंह ने बताया कि अगले दो तीन दिन तक बारिश और होने की संभावना है इस बारिश के दौरान चारों तहसीलों में 13 मकान आंशिक रूप से अब तक गिरे हैं। बिजली गिरने से एक की मौत हुई है। शासन से अनुमन्य सहायता पीड़ित के खाते में प्रेषित करने की कार्रवाई की जा रही है। जलस्तर बढ़ रहा है उसके लिए हमने कुल 10 बाढ चौकी, और 16 बाढ़ शरण स्थल बनाए गए हैं।