रांची, 15 जुलाई 2025 –
झारखंड में नक्सली आतंक के खिलाफ पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। रांची पुलिस ने सीसीएल कर्मचारी से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने वाले चार कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनमें सबसे बड़ा नाम योगेंद्र गंझू उर्फ पवन गंझू का है, जो लंबे समय से सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बना हुआ था। यही वह नक्सली है जिस पर 2013 में एक जवान की हत्या के बाद उसके पेट में बम प्लांट करने जैसा बर्बर आरोप भी है।
रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देशन में खलारी थाना क्षेत्र के बक्सी बंगला चट्टी नदी के पास छापेमारी कर पुलिस ने योगेंद्र गंझू, मुकेश गंझू, राजकुमार नाहक और मनु गंझू को धर दबोचा। इन चारों के पास से एक लोडेड देसी पिस्तौल, तीन जिंदा कारतूस और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
जानकारी के अनुसार, 25 जून को CCL के महाप्रबंधक कार्यालय में तैनात एक कर्मचारी को भाकपा माओवादी संगठन के नाम पर एक करोड़ रुपये की रंगदारी की धमकी दी गई थी। शिकायत दर्ज होते ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए एक विशेष टीम बनाई और खुफिया सूचना के आधार पर इन नक्सलियों को गिरफ्तार किया।
कौन है योगेंद्र उर्फ पवन गंझू?
योगेंद्र गंझू उर्फ पवन गंझू झारखंड के गारू-सरयू क्षेत्र में माओवादी संगठन से जुड़ा एक कुख्यात नाम है। वर्ष 2006 में संगठन से जुड़ने के बाद वह एरिया कमांडर बना, फिर 2009 में सब-जोनल कमांडर की जिम्मेदारी संभाली। 2012 में गिरफ्तारी के बाद उसने संगठन से दूरी बना ली थी, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते दोबारा जुड़ गया।
सबसे दिल दहला देने वाली घटना वर्ष 2013 की है जब लातेहार के कटिया जंगल में मुठभेड़ के बाद उसने एक जवान का पेट चीरकर उसके शरीर में बम फिट कर दिया था। यह अमानवीय कृत्य पूरे देश को दहला गया था।
- अब एक बार फिर रंगदारी वसूली की कोशिश में ये नक्सली पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस की यह कार्रवाई राज्य में नक्सल नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।