न्यूज डेस्क, 25 दिसंबर 2025 :
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने कैब एग्रीगेटर कंपनियों के लिए नए नियम जारी किए हैं। अब ओला, उबर और रैपिडो जैसे ऐप में यात्री अपनी पसंद का जेंडर चुन सकेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य महिला यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाना है। नए नियम के अनुसार, ऐप में ऐसा फीचर होना जरूरी होगा जिसमें महिला पैसेंजर्स के लिए फीमेल ड्राइवर चुनने की सुविधा होगी।
ड्राइवर को मिलेगी पूरी टिप
नए नियमों में टिपिंग प्रक्रिया भी पारदर्शी बनाई गई है। यात्री ट्रिप पूरी होने के बाद ड्राइवर को अपनी मर्जी से टिप दे सकते हैं और इसका पूरा पैसा सीधे ड्राइवर के खाते में जाएगा। कंपनियां इसमें से कोई कमीशन नहीं काट पाएंगी और किसी भी प्रकार के भ्रामक तरीके का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं।

महिला ड्राइवर की संख्या अभी कम
हालांकि, इस सुविधा को लागू करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। देश में कुल कैब ड्राइवरों में महिला ड्राइवरों की हिस्सेदारी केवल 5% से भी कम है। इसका मतलब है कि समान जेंडर ड्राइवर चुनने पर बुकिंग के समय वेटिंग टाइम बढ़ सकता है, खासकर रात में जब मांग ज्यादा हो और ड्राइवर कम उपलब्ध हों।
डायनामिक प्राइसिंग पर लगाम
नई गाइडलाइन्स में डायनामिक प्राइसिंग पर भी रोक लगाई गई है। कंपनियां बेस फेयर से 50% कम चार्ज कर सकेंगी, लेकिन पीक ऑवर्स में सर्ज चार्ज बेस फेयर के दोगुने से अधिक नहीं हो सकता। इसके अलावा, यात्रियों से 3 किलोमीटर से कम दूरी के लिए डेड माइलेज का चार्ज लिया जा सकेगा।
नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई
अगर किसी कंपनी ने इन नियमों का पालन नहीं किया, तो उसके लाइसेंस रद्द होने का खतरा है। यह कदम यात्रियों की सुरक्षा, पारदर्शिता और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।






