नई दिल्ली, 27 फरवरी 2025
दक्षिणी दिल्ली के मालवीय नगर में भगत सिंह की क्षतिग्रस्त प्रतिमा ने आप बनाम भाजपा के बीच एक और दौर छेड़ दिया है। एक दिन पहले ही आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा ने राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी कार्यालयों से बीआर अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दी हैं। भाजपा ने आरोपों का खंडन किया है।
आज, मालवीय नगर से भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने शहीद भगत सिंह पार्क का दौरा किया और पार्क में स्थापित स्वतंत्रता सेनानी की क्षतिग्रस्त प्रतिमा की उपेक्षा करने को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) की आलोचना की। मूर्ति में कई जगह छेद हैं और बायीं हथेली भी गायब है। उपाध्याय ने कहा, “यदि आम आदमी पार्टी इतनी चिंतित होती तो पार्क की स्थिति अलग होती।”
उपाध्याय ने कहा कि आप स्वतंत्रता सेनानियों की चिंता करने का दिखावा करती है, क्योंकि उसने दिल्ली में अपने शासन के पिछले 10 वर्षों में भगत सिंह की प्रतिमा की मरम्मत के लिए कुछ नहीं किया। भाजपा नेता ने कहा, “आप विधायक सोमनाथ भारती यहां थे, लेकिन उन्होंने भगत सिंह की प्रतिमा की परवाह नहीं की।”
उन्होंने कहा कि आप को भगत सिंह की विरासत की कोई परवाह नहीं है, बल्कि वह इसका इस्तेमाल वोट बैंक की राजनीति के लिए करती है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रतिमा की शीघ्र मरम्मत की जाए। भाजपा विधायक ने कहा, “शहीद भगत सिंह हमारे लिए बहुत सम्मानीय हैं। हम राजनीति में नहीं, काम में विश्वास रखते हैं।”
आप विधायक आतिशी ने कल आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली सरकार के हर कार्यालय से बीआर अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटा दी हैं। आतिशी ने संवाददाताओं से कहा, “भाजपा की दलित विरोधी मानसिकता जगजाहिर है। आज उसकी दलित विरोधी मानसिकता का सबूत पेश किया गया है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली सरकार के हर कार्यालय में बाबा साहेब अंबेडकर और शहीद भगत सिंह की तस्वीरें लगाई हैं।” “जब से भाजपा सत्ता में आई है, उसने मुख्यमंत्री कार्यालय से दोनों तस्वीरें हटा दी हैं। इससे पता चलता है कि भाजपा दलित विरोधी, सिख विरोधी पार्टी है।”
हालांकि, गुप्ता के कार्यालय का एक अन्य वीडियो दिखाता है कि बीआर अंबेडकर और भगत सिंह की दोनों तस्वीरें अभी भी वहां हैं, हालांकि दो विपरीत दीवारों पर टंगी हैं। बीच की दीवार जिस पर आतिशी के इस कार्यालय में बैठने के दौरान दोनों तस्वीरें थीं, अब बाईं ओर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, बीच में महात्मा गांधी और दाईं ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें हैं।
भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने एनडीटीवी से कहा कि आप बिना किसी बात के मुद्दा बना रही है, क्योंकि वह राष्ट्रीय राजधानी में 10 साल तक सत्ता में रहने के बाद हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार को पचा नहीं पा रही है। श्री सिंह ने कहा कि तस्वीरों के चयन या प्लेसमेंट से मुख्यमंत्री का कोई लेना-देना नहीं है, क्योंकि यह प्रशासन का काम है।
उन्होंने कहा, “उनसे (आप से) पूछिए कि जब वे आए थे तो वहां क्या तस्वीरें थीं। महात्मा गांधी जी और प्रधानमंत्री की तस्वीरें वहां थीं। लोग पहले ही आप को खारिज कर चुके हैं और उसे बाहर फेंक चुके हैं। इस तरह के मुद्दे बनाने से उन्हें कोई मदद नहीं मिलने वाली है।” उन्होंने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति की तस्वीरें वहां होनी चाहिए।