दिल्ली, 21 अक्टूबर 2024
देश की राजधानी में वायु की गुणवत्ता में गिरावट देखने को मिली है पहले से ही प्रदूषण के गंभीर खतरे का सामना कर रही दिल्ली में सर्दियों का मौसम आने के साथ ही हवा की गुणवत्ता में भी बदलाव देखने को मिल रविवार देर रात पंजाब और हरियाणा के किसानों व्दारा लगाई गई खेतों में आग के कारण AQI 300 के पार पहुंच गया। ताजा हालात को देखते हुए केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड ने चेतावनी देते हुए कहा है की अगें बुधवार तक हवा की क्ववालिटी ‘बहुत खराब’ स्थिति में रहने का अनुमान है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ताजा अपडेट के हिसाब से रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रात 11 बजे 300 को पार पहुंच गया। इसकी वजह पंजाब और हरियाणा में खेतों में लगने वाली आग को माना जा रहा है। वायु प्रदूषण पर जारी प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली (EWS) के पूर्वानुमान में गिरावट के लिए शांत हवाओं को जिम्मेदार ठहराया गया।
इन 5 इलाकों की सबसे खराब हवा लगातार बढ़ता AQI लेवल
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने रविवार को शाम 4 बजे दिल्ली का औसत AQI 277 (खराब) बताया। ये लगातार पांचवें दिन खराब वायु गुणवत्ता का संकेत है। इसके बाद यह स्तर शाम 7 बजे तक 289 और रात 11 बजे तक 303 तक पहुंच गया। EWS का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण कम होने की अभी कोई संभावना नहीं है। ऐसे में अगर पराली जलाने जैसी घटनाएं हुईं तो, दिल्ली की हवा और भी ज्यादा खराब हो सकती है। दिल्ली के कई इलाके ऐसे हैं जहां पर हवा काफी खराब Very poor) कैटेगरी में रही। इसमें आनंद विहार 375, वजीरपुर 355, जहांगीरपुरी 359, मुंडका 328 और रोहिणी में AQI 325 का नाम शामिल है।
600 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं
नासा के फायर इंफॉर्मेशन फॉर रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम ने पंजाब और हरियाणा में पिछसे हफ्ते औसतन 90 आग दर्ज हुई। लेकिन पिछले कई साल के मुकाबले ये काफी कम है, उस, दौरान लगभग 600 से ज्यादा आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं। वहीं, आने वाले दिनों में आग के मामलों में तेजी देखने को मिल सकती है। इसके बाद AQI और ज्यादा खराब स्थिति में पहुंच सकता है। आग की घटनाओं को कम करने के लिए अधिकारी काम कर रहे हैं।
GRAP-2 लागू होने की संभावना
दिल्ली में लगातार बढ़ते प्रदूषण के बीच GRAP-2 के तहत कई पाबंदियां लागू की जा सकती है ।इसका उद्देश्य प्रदूषण को नियंत्रित करना और शहरवासियों को राहत प्रदान करना है।
डीजल जेनरेटरों पर रोक
डीजल से चलने वाले जेनरेटरों पर रोक लगाई जाएगी, हालांकि इमरजेंसी सेवाओं में इनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। जैसे कि अस्पताल, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट आदि में।
पार्किंग फीस में बढ़ोतरी
निजी वाहनों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग फीस में बढ़ोतरी की जाएगी, ताकि लोग सार्वजनिक परिवहन का अधिक से अधिक उपयोग करें।