“वड़ोदरा में तैयार होंगे C295 एयरक्राफ्ट, एयरफोर्स की ताकत बढ़ाने के लिए खासियत जानकर हैरान रह जाएंगे”

mahi rajput
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नई दिल्ली, 28 अक्टूबर 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वडोदरा में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) के प्लांट का उद्घाटन किया, जहां भारतीय वायुसेना के लिए C-295 विमान बनाए जाएंगे। यह भारत का पहला निजी क्षेत्र का सैन्य विमान निर्माण कारखाना है। C-295 विमान मल्टीरोल ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है, जो सामरिक और मानवitaire कार्यों में सहायक होगा, जिससे वायुसेना की ताकत बढ़ेगी।

C-295 विमान का निर्माण स्पेनिश कंपनी कॉन्स्ट्रक्शंस एयरोनॉटिकास एसए (जो अब एयरबस का हिस्सा है) करती है, और इसका निर्माण स्पेन के एयरबस प्लांट में होता है। भारत ने सितंबर 2021 में एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ 21,935 करोड़ रुपये का सौदा किया, जिसके तहत 56 C-295 विमान खरीदे जाएंगे ताकि भारतीय वायुसेना के पुराने एवरो-748 विमानों को बदला जा सके।समझौते के अनुसार, एयरबस पहले 16 विमान ‘फ्लाई-अवे’ स्थिति में चार साल के भीतर स्पेन के सेविले से देगा, जबकि बाकी 40 विमानों का निर्माण टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (TASL) द्वारा भारत में किया जाएगा।

C295MW एक ट्रांसपोर्ट विमान है जिसकी क्षमता 5 से 10 टन है और इसकी अधिकतम गति 480 किमी प्रति घंटा है। इसमें सैनिकों और कार्गो के पैरा-ड्रॉपिंग के लिए एक रियर रैंप डोर है। यह विमान छोटी दूरी से उड़ान भरने और लैंड करने की क्षमता रखता है। इसके केबिन का आकार 12.7 मीटर (41 फीट 8 इंच) है, जिसमें 71 सीटें लगाई जा सकती हैं। C295 अन्य विमानों की तुलना में अधिक माल ढो सकता है और रियर रैंप के जरिए सीधे उतारा जा सकता है।

C295 एयरक्राफ्ट पहले ही कई देशों में तैनात हो चुके हैं, जैसे कि ब्राजील, कोलंबिया, अल्जीरिया, जॉर्डन, पोलैंड, और फिनलैंड। यह विमान चाड, इराक, और अफगानिस्तान में भी सैन्य अभियानों में उड़ान भर चुका है।भारत के लिए, C295 एक मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि यह दूरदराज के इलाकों में सैनिकों और आवश्यक सामान को पहुंचाने में सक्षम है। यह छोटे, बिना तैयारी वाले हवाई पट्टियों पर भी उड़ान भर सकता है, क्योंकि इसमें शॉर्ट टेक-ऑफ और लैंडिंग (STOL) की क्षमता है। एयरबस का दावा है कि यह केवल 2200 फीट लंबी हवाई पट्टियों से ऑपरेट कर सकता है, जिससे इसका उपयोग मेडिकल सहायता, विशेष मिशन, आपदा प्रतिक्रिया, और समुद्री गश्त के लिए किया जा सकता है।

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