बेंगलुर, 20 अक्टूबर 2024
बेंगलुरू में खेले जा रहे टेस्ट मैच में भारतीय टीम को हार का समना करना पड़ा है । न्यूजीलैंड ने शानदार जीत दर्ज की है। मैच के बाद अब भारतीय टीम की हार के ये कारण निकल के सामने आ रहे है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच बेंगलुरु में खेला गया। इस मैच में टीम इंडिया को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। भारत ने पहली पारी में 46 रन बनाए थे। न्यूजीलैंड ने इसके बाद 402 रन बनाकर पहली पारी में 356 रनों की लीड हासिल कर ली। टीम इंडिया ने इसके बावजूद हिम्मत नहीं हारी और 460 रन बनाकर कीवी टीम पर 106 रन की लीड हासिल की। न्यूजीलैंड ने अपनी दूसरी और मैच की चौथी पारी में 107 रन के टारगेट को 2 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया।
1- सबसे पहले बल्लेबाजी चुनना
बेंगलुरु में बारिश का लगातार साया मंडरा रहा है ऐसे में टीम इंडिया की हार का सबसे पहला और बड़ा कारण रहा टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना क्योंकि पहले दिन का खेल बारिश के चलते रद्द कर दिया गया था। जिसके बाद मैच में दूसरे दिन टॉस हुआ था और भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। जिसके बाद पहली पारी में टीम इंडिया दूसरे ही दिन महज 46 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। रोहित के इस फैसले पर काफी सवाल भी उठे थे। यहां तक की पहली पारी के बाद रोहित ने खुद अपने इस फैसले को गलत बताया था।
2 – दूसरी पारी में नीचले क्रम के बल्लेबाजों का खराब प्रदर्शन
पहली पारी के बाद न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया पर 356 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी। जिसके बाद से टीम इंडिया की मुश्किलें थोड़ी बढ़ने लगी थी। लेकिन दूसरी पारी में टीम इंडिया ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए न सिर्फ इस बढ़त को खत्म किया बल्कि 106 रनों की बढ़त भी हासिल की थी। दूसरी पारी में टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर ने तो कमाल की बल्लेबाजी की थी लेकिन बाद के 6 बल्लेबाजों ने टीम के लिए महज 38 रन ही जोड़े थे। जिसके चलते दूसरी पारी के बाद टीम इंडिया महज 106 रनों की बढ़त हा हासिल कर पाई थी। अगर टीम इंडिया के पास 200 के आस-पास बढ़त होती तो भारत ये मैच जीत सकता था।
न्यूजीलैंड ने रचा इतिहास
न्यूजीलैंड टीम ने इतिहास रचते हुए भारत में 36 साल बाद कोई टेस्ट मैच जीत लिया है। उसे पिछली जीत 1988 में मिली थी। उस समय न्यूजीलैंड के कप्तान जॉन राइट थे। वह बाद में भारतीय टीम के हेड कोच भी हुए थे। इसके अलावा न्यूजीलैंड को एक और जीत 1969 में मिली थी। उस समय ग्राहम डाउलिंग के हाथों में कमान थी।