नई दिल्ली, 15 जून 2025
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद आतंकी संगठनों और आतंकवादियों की धरपकड़ अभियान के तहत शनिवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बड़ी कार्यवाही करते हुए राजस्थान और मध्यप्रदेश में कई स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया। देश के प्रमुख्य प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) से जुडे आतंकी साजिश के मामले में कई स्थानों पर छापे की गई। इस दौरान एजेंसी ने एचयूटी की कट्टरपंथी गतिविधियों की चल रही जांच के तहत झालावाड़ (राजस्थान) में दो स्थानों और भोपाल (मध्य प्रदेश) में तीन स्थानों पर तलाशी ली। झालावाड़ में एनआईए ने काजी चौक स्थित एक मकान और जामा मस्जिद के पास एक दुकान पर छापेमारी की।
वहीं इस ऑपरेशन पर पुलिस अधिकारियों के बताया कि, एनआईए की कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस भी मौजूद थी। एजेंसी ने कथित तौर पर कई डिजिटल उपकरण बरामद किए हैं, जिन्हें डेटा रिकवरी और आगे के विश्लेषण के लिए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) भेजा गया है। एनआईए के अनुसार, हिज्ब-उत-तहरीर एक प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन है, जिसे भारत सरकार ने 1953 में प्रतिबंधित कर दिया था।
गृह मंत्रालय ने इस संगठन को अवैध घोषित करते हुए कहा कि यह जिहाद की आड़ में भारतीय नागरिकों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आईएसआईएस के लिए भर्ती करने में सक्रिय रूप से शामिल था। संगठन पर आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने के लिए धन जुटाने का भी आरोप है।
एजेंसी को विश्वसनीय जानकारी मिली थी कि भोपाल और झालावाड़ में रहने वाले लोग इस गैरकानूनी संगठन के सदस्यों के साथ लंबे समय से संपर्क में थे। इस खुफिया जानकारी पर कार्रवाई करते हुए, एनआईए की टीमों ने सुबह करीब 4.30 बजे एक साथ छापेमारी शुरू की, जो शनिवार सुबह 11 बजे तक जारी रही। तलाशी के दौरान, डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए, और डेटा रिकवरी का काम अभी चल रहा है। फोरेंसिक विश्लेषण के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, “एजेंसी लगातार एचयूटी और उसके सहयोगियों की गतिविधियों पर नज़र रख रही है। हमारी जांच से पता चला है कि भोपाल में तीन और झालावाड़ में दो जगहों से बड़ी संख्या में लोग इस समूह से जुड़े हुए हैं। छापे इसी के अनुसार मारे गए और डिजिटल डिवाइस को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।” एनआईए ने आगे कहा कि एचयूटी जैसे कट्टरपंथी नेटवर्क कमजोर मुस्लिम युवाओं को निशाना बनाकर हिंसा भड़काने और देश को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं।
इस संगठन का उद्देश्य कथित तौर पर युवाओं को कट्टरपंथी बनाना था, ताकि वे लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को उखाड़ फेंकें और शरिया कानून द्वारा शासित इस्लामी राज्य की स्थापना करें।इससे पहले करीब 10 दिन पहले एनआईए ने राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में शामिल होने के संदेह के आधार पर भोपाल के अशोका गार्डन इलाके से मोहसिन नाम के एक संदिग्ध को हिरासत में लिया था। पूछताछ के दौरान, कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी के आधार पर झालावाड़ के मनोहरथाना कस्बे में साजिद नामक एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ आगे की कार्रवाई की गई। एनआईए के चल रहे अभियान कट्टरपंथी संगठनों को खत्म करने और देश के भीतर चरमपंथी विचारधाराओं के प्रसार को रोकने के लिए एजेंसी की प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हैं।