नई दिल्ली, 11 जून 2025 –
दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में स्थित भूमिहीन झुग्गी-झोपड़ी (जेजे) कैंप में आज फिर से दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) द्वारा ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच अवैध झुग्गियों को JCB मशीनों की मदद से गिराया जा रहा है। डीडीए का कहना है कि इन झुग्गियों का निर्माण सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से किया गया था।
इससे पहले डीडीए ने 10 जून तक क्षेत्र खाली करने का नोटिस जारी किया था। अब दोबारा तीन दिन का नोटिस चिपकाया गया है, जिसमें 8, 9 और 10 जून की मोहलत के बाद ध्वस्तीकरण की चेतावनी दी गई थी।
बताया गया है कि इस इलाके में करीब 300 झुग्गियां बनाई गई थीं, जिनमें से कुछ दो मंजिला मकान तक बन चुके थे। अधिकारियों ने जानकारी दी कि इस झुग्गी कॉलोनी में रहने वाले केवल 1,862 परिवार पात्र पाए गए हैं, जिन्हें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए बने सरकारी फ्लैट्स आवंटित किए गए हैं।
कई प्रवासी मजदूर इस कैंप में रहते हैं और यह चौथी बार है जब यहां ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया है। इससे पहले मई, जून और जुलाई 2023 में भी ऐसे अभियान चलाए जा चुके हैं।
इस कार्रवाई को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने डीडीए पर तीखा हमला बोला है। पार्टी नेताओं ने इसे गरीबों पर अन्याय बताया है और आशंका जताई जा रही है कि पूर्व शिक्षा मंत्री और AAP नेता आतिशी आज यहां पहुंच सकती हैं।
वहीं, स्थानीय प्रशासन, बिजली विभाग की टीम और पुलिस बल के साथ अभियान स्थल पर मौजूद है। स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है।
डीडीए ने साफ कहा है कि यह कार्रवाई अदालत के निर्देशानुसार हो रही है और अब कब्जाधारियों के पास कोई वैधानिक संरक्षण नहीं है।
यह अभियान दिल्ली में अवैध निर्माणों पर चल रही सख्त कार्यवाही का हिस्सा है।