
नोएडा, 31 जुलाई 2025
2014 बैच की आईएएस अधिकारी मेधा रूपम नोएडा की पहली महिला जिलाधिकारी (डीएम) बन गई हैं। उनकी नियुक्ति के बाद से पूरे देश में उनकी खूब चर्चा हो रही है। उत्तर प्रदेश के आगरा में जन्मीं मेधा ने अपनी स्कूली पढ़ाई केरल से की थी और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री हासिल की।
मेधा रूपम ने 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास की थी और ऑल इंडिया में 10वीं रैंक प्राप्त की थी। उनका वैकल्पिक विषय मनोविज्ञान था। मेधा न सिर्फ एक तेजतर्रार अधिकारी हैं, बल्कि नेशनल लेवल की राइफल शूटर भी रही हैं। केरल राज्य शूटिंग चैंपियनशिप में उन्होंने तीन स्वर्ण पदक जीते थे।
मेधा ने अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत बरेली में सहायक मजिस्ट्रेट के रूप में की थी। इसके बाद उन्होंने मेरठ, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, हापुड़ और कासगंज जैसे जिलों में अहम जिम्मेदारियां निभाईं। हापुड़ में डीएम रहते हुए उन्होंने टीकाकरण और आयुष्मान भारत योजना पर विशेष ध्यान केंद्रित किया था।
कासगंज में बाढ़ के दौरान उन्होंने खुद ट्रैक्टर चलाकर राहत कार्यों की निगरानी की थी, जिससे वह चर्चा में आईं। फरवरी 2023 से जून 2024 तक वह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में अतिरिक्त सीईओ रहीं और जेवर एयरपोर्ट तथा फिल्म सिटी जैसी परियोजनाओं को संभाला।
नोएडा की डीएम बनने के बाद मेधा की प्राथमिकता जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराना है।
मेधा एक अफसर परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके दादा चीफ मेडिकल ऑफिसर, पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता 1988 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं और यूपी के सहकारिता विभाग से सचिव पद से रिटायर होकर चुनाव आयुक्त बने थे। उनके चाचा मनीष कुमार आईआरएस अधिकारी हैं और फूफा उपेंद्र कुमार जैन आईपीएस हैं।
उनकी बहन अभिश्री आईआरएस हैं और पति मनीष बंसल 2014 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।






