National

अब फ्लाइट में सबसे सुरक्षित सीट होगी महंगी, जानिए 11A सीट का अहमदाबाद क्रैश से क्या है कनेक्शन

अहमदाबाद, 15 जून 2025:
हाल ही में अहमदाबाद में हुई एक एयर इंडिया फ्लाइट दुर्घटना ने विमान में सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली सीट को लेकर यात्रियों की सोच बदल दी है। इस हादसे के बाद फ्लाइट की सीट नंबर 11A चर्चा का विषय बन गई है, क्योंकि इसी सीट पर बैठे एक यात्री की जान बच गई जबकि विमान को गंभीर क्षति पहुंची थी।

यह सीट विमान के पंखों (विंग) के ऊपर स्थित ओवरविंग सीट थी, जिसे एविएशन इंडस्ट्री में संरचनात्मक रूप से सबसे मजबूत क्षेत्र माना जाता है। यही नहीं, 1998 में थाई एयरवेज की फ्लाइट TG261 के क्रैश में भी इसी सीट (11A) पर बैठे थाई अभिनेता रूआंगसाक लॉयचुसाक की जान बची थी। इस दुर्लभ संयोग ने इस सीट को एक “लाइफ-सेविंग सीट” के रूप में प्रचारित कर दिया है।

एविएशन विशेषज्ञों का मानना है कि ओवरविंग सीट्स संरचना के लिहाज से मजबूत होती हैं और इमरजेंसी एग्जिट के नजदीक होने के कारण बचाव की संभावना भी अधिक होती है। इसके साथ ही, इनमें अतिरिक्त लेग स्पेस होता है, जो यात्रियों को जल्दी बाहर निकलने में मदद करता है।

अब कुछ एयरलाइंस इस सेफ्टी फैक्टर को एक प्रीमियम विकल्प की तरह भुनाने की योजना बना रही हैं। जैसे विंडो या एक्स्ट्रा लेग स्पेस के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है, वैसे ही अब “सेफ्टी ज़ोन” सीट के नाम पर यात्रियों से अतिरिक्त चार्ज वसूला जा सकता है। बजट और प्रीमियम दोनों श्रेणी की एयरलाइंस कंपनियां इन सीटों को ‘सेफ्टी प्रीमियम सीट’ की कैटेगरी में शामिल करने पर विचार कर रही हैं।

इस बदलाव से जहां यात्रियों में जागरूकता बढ़ी है, वहीं एयरलाइंस के लिए यह एक नया कमाई का जरिया भी बन सकता है। अब टिकट बुक करते समय सिर्फ विंडो या आइसल नहीं, बल्कि “हाई सेफ्टी सीट” भी एक नया विकल्प बन सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button