
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 27 नवंबर 2024:
ऑनलाइन बेटिंग एप के जरिए लोगों को ठगने वाले एक गैंग का पर्दाफाश पुलिस ने यूपी के आजमगढ़ में किया है। इस गैंग के 11 जालसाजों को गिरफ्तार करने के साथ पुलिस ने आरोपितों के पास से 3.40 लाख रुपये नकद, 51 मोबाइल फोन, छह लैपटॉप, 61 एटीएम कार्ड, 56 पासबुक, 19 सिम, सात चेकबुक, तीन आधार और जियो का एक राउटर भी बरामद किया है।
कोचिंग के बहाने किराए पर मकान लेकर बनाया अड्डा
पुलिस के अनुसार आरोपितों ने कोचिंग के नाम पर आजमगढ़ के रैदोपुर क्षेत्र में स्मार्ट माल के सामने दो मंजिल का मकान किराये पर ले रखा था। आरोपितों को वहीं से गिरफ्तार किया गया। वाराणसी के दो आरोपी भागने में सफल रहे। पुलिस ने बताया कि आरोपितों ने ऑनलाइन बेटिंग एप रेड्डी, अन्ना, लोटस, महादेव आदि के जरिए लोगों को ठगने का काम किया। पैसा दोगुना, तीन गुना करने का लालच देते हुए सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम, वाट्सएप, मेटा और टेलीग्राम चैनलों पर लिंक साझा करते थे। इसमें जो लोग फंस जाते थे, उनका लॉगिन आईडी और पासवर्ड बनाते और खाते की पूरी जानकारी भी ले लेते थे। इसके बाद खाते का पूरा पैसा फर्जी खातों में ट्रांसफर कर लेते थे।
अप्रैल से चल रही थीं आरोपियों की दो यूनिट
आजमगढ़ में इनका सरगना महराजगंज के सिसवा बाजार निवासी राम सिंह था। जांच में पता चला कि आजमगढ़ में ऑनलाइन जुआ खिलाने की दो यूनिटें अप्रैल 2024 से चल रही थीं। इसमें 13 लोग शामिल थे। पुलिस को आशंका है कि यह गिरोह आजमगढ़ में और सक्रिय हो सकता है, इसलिए टीम इस मामले में जांच कर रही है। इस गिरोह में भारत के अलावा श्रीलंका और यूएई के सदस्य भी शामिल थे।
169 बैंक खातों में दो करोड़ रुपये फ्रीज
पुलिस ने गैंग के 169 बैंक खातों में दो करोड़ रुपये फ्रीज किए हैं। इस गैंग ने उत्तर प्रदेश, बिहार, आंध्र प्रदेश सहित 12 राज्यों में अपना जाल फैला रखा था।
ये आरोपी हुए गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपितों में राम सिंह के अलावा महराजगंज का अमित गुप्ता, आजमगढ़ का मिर्जा उमर बेग, मीरजापुर का संदीप यादव व विकास यादव, जौनपुर का आकाश यादव, बिहार के गोपालगंज का अजय कुमार पाल व बांका के आनंदी कुमार यादव, ओडिशा के कलाहांडी का विशाल दीप और बलांगिर का प्रदीप क्षात्रिया, एमपी के जबलपुर का पंकज कुमार हैं। फरार आरोपितों में वाराणसी का विनय यादव और सौरभ है।