
मोईन खान
लखनऊ, 1 अक्टूबर 2025 :
यूपी की राजधानी लखनऊ मोहनलालगंज के धनुवासांड़ में 14 वर्षीय यश कुमार की आत्महत्या मामले का पुलिस ने बुधवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने साइब्रासेल की मदद से झारखंड और बिहार से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक नाबालिग है। इन आरोपियों ने किशोर को ऑनलाइन गेम के बहाने फंसाकर उससे 13 लाख ऐंठ लिए थे।
बता दें धनुवासांड़ में रहने वाला यश कुमार (14) किसान सुरेश कुमार यादव का इकलौता बेटा था और कक्षा 6 का छात्र था। वह पिता के मोबाइल से फ्री फायर गेम खेलता था। गेमिंग में करोड़ों कमाने के लालच में आकर उसने अपने पिता के खाते से करीब 13 लाख रुपये गंवा दिए। पैसे खोने और आरोपियों की धमकियों से परेशान होकर यश ने 15 सितंबर को आत्महत्या कर ली। इस मामले में पिता ने ब्लैकमेल करने व धमकी देने का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस जांच में पता चला कि यश लगातार कुछ शातिर गेमिंग नेटवर्क से जुड़ा था। आरोपियों ने उसका ईमेल और पासवर्ड तक हासिल कर लिया और घटना के बाद सबूत मिटाने के लिए यश का मोबाइल फॉर्मेट कर दिया गया था। साइबर सेल की ट्रैकिंग से पुलिस झारखंड के घाटशिला निवासी सनत गोराई (20) और बिहार निवासी एक नाबालिग तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सनत गोराई ने बताया कि वह 2018 से ऑनलाइन गेम खेल रहा है। यश को आईडी और डायमंड्स बेचने का लालच देकर फंसाया था। पैसे लेने के बाद आईडी नहीं दी और बार-बार उसे धमकाने लगा। उसने यश से ऐंठे पैसों से एसी, बेड और घरेलू सामान खरीदा। एक बार में ढाई लाख रुपये मिलने पर उसने घर के लिए फर्नीचर लिया।
डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि आरोपी बच्चों से पहले गेमिंग के बहाने दोस्ती करते थे। धीरे-धीरे उन्हें गेम में विशेष हथियार, डायमंड्स, कॉइन्स और रैंक दिलाने का लालच देते। छोटे-छोटे अमाउंट से शुरुआत कर लाखों रुपये वसूल लेते। बच्चों को UPI, बैंक ट्रांसफर और गिफ्ट कार्ड से पैसे भेजने के लिए उकसाते। कई बार बच्चों के गेमिंग अकाउंट और ईमेल आईडी पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लेते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 4.71 लाख नगद व डेढ़ लाख कीमत का एप्पल लैपटॉप, वनप्लस मोबाइल फोन, 4 एटीएम, पैन कार्ड और आधार कार्ड बरामद कर अलग-अलग वॉलेट्स से 1.5 लाख रुपये फ्रीज किए गए हैं।






