नई दिल्ली, 25 मई 2025
पहलगाम आंतकवादी हमले और फिर भारत की आतंकवादियों और पाकिस्तान के खिलाफ की गई जवाबी कार्यवाही ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार मन की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने देश की जनता को संबोधित किया और कहा, ऑपरेशन सिंदूर एक बदलते भारत की तस्वीर है, जो आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के महत्व को पहचानता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है, गुस्से से भरा हुआ है, लेकिन दृढ़ संकल्प है। आज हर भारतीय का संकल्प आतंकवाद को खत्म करना है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हमारे सशस्त्र बलों ने जो बहादुरी दिखाई, उससे हर भारतीय को गर्व हुआ है। जिस सटीकता और सटीकता के साथ हमारे सशस्त्र बलों ने सीमा पार आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया, वह असाधारण है ।” उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में नया आत्मविश्वास और उत्साह पैदा किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ़ एक सैन्य अभियान नहीं है, बल्कि यह हमारे दृढ़ संकल्प, साहस और बदलते भारत की एक छवि है। इस छवि ने पूरे देश को देशभक्ति के रंग से भर दिया है और यह तिरंगे के रंगों में रंगी हुई है। आपने देखा होगा कि कई शहरों, गांवों और कस्बों में हज़ारों लोग अपने हाथों में तिरंगा थामे देश की सेनाओं का सम्मान करने और उन्हें सलामी देने के लिए निकल पड़े। कई शहरों में बड़ी संख्या में युवा नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक बनने के लिए एकत्र हुए।” प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों में स्वयंसेवक के रूप में शामिल होने के लिए एकत्रित हुए चंडीगढ़ के युवाओं के वीडियो, राष्ट्र को समर्पित कविताओं और गीतों तथा ऑपरेशन सिंदूर के सम्मान में बच्चों द्वारा बनाई गई पेंटिंग्स को याद किया, जिनका गहरा महत्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर देते हुए कि ऑपरेशन सिंदूर ने देश के लोगों पर “बहुत बड़ा प्रभाव” डाला है, कहा, “कई परिवारों ने इसे अपने जीवन का हिस्सा बना लिया है। बिहार के कटिहार और उत्तर प्रदेश के कुशीनगर और कई अन्य शहरों में भी लोगों ने अपने नवजात शिशुओं का नाम ‘सिंदूर’ रखा है।”
भारतीय सशस्त्र बलों की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “हमारे सैनिकों ने आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया – यह उनका अदम्य साहस है, और इसमें ‘मेड इन इंडिया’ हथियारों, उपकरणों और प्रौद्योगिकी की शक्ति शामिल थी। यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। हमारे इंजीनियरों, तकनीशियनों और सभी की कड़ी मेहनत ने इस जीत में योगदान दिया।” उन्होंने कहा, “इस अभियान के बाद, पूरे देश में ‘वोकल फॉर लोकल’ के प्रति उत्साह की एक नई लहर देखी जा रही है। कुछ बातें वाकई दिल को छू जाती हैं – कुछ माता-पिता ने कहा कि वे अपने बच्चों के लिए सिर्फ मेड इन इंडिया खिलौने ही खरीदेंगे, जिससे उनमें बचपन से ही देशभक्ति की भावना पैदा होगी। कुछ परिवारों ने प्रण लिया कि वे अपनी अगली छुट्टियां देश में ही किसी खूबसूरत जगह पर बिताएंगे। कई युवाओं ने ‘भारत में शादी, भारत में शादी’ की शपथ ली। कुछ लोगों ने लोगों को भारतीय हस्तशिल्प से बनी चीजें उपहार में देने का भी संकल्प लिया।”
“यही भारत की असली ताकत है – लोगों का भावनात्मक जुड़ाव और भागीदारी। मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि इस अवसर पर आकर संकल्प लें कि अपने जीवन में जहाँ भी संभव हो, हम भारत में बने उत्पादों को प्राथमिकता देंगे। यह सिर्फ़ आर्थिक आत्मनिर्भरता की बात नहीं है; यह राष्ट्र निर्माण में योगदान की भावना है। हमारा एक कदम भारत की प्रगति में बहुत बड़ा योगदान बन सकता है,” पीएम मोदी ने कहा।