
लखनऊ, 8 जुलाई 2025:
यूपी में प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर के खिलाफ मंगलवार को शिक्षकों का गुस्सा फूट पड़ा। जिलों के साथ राजधानी में भी शिक्षा भवन पर प्रदर्शन किया गया और सरकार विरोधी नारे लगाए।
मंगलवार की सुबह से ही शिक्षा भवन पर शिक्षक जुटने लगे थे। धरनास्थल पर नारेबाजी के बाद शुरू हुई सभा में उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष और लखनऊ के जिलाध्यक्ष सुधांशु मोहन ने कहा कि जब जनसंख्या देखकर जिलों में डीएम और एसपी की तैनाती नहीं होती तो स्कूलों में बच्चों की संख्या देखकर कैसे टीचर्स की तैनाती हो सकती है। सरकार की मनमानी में कोर्ट का रवैया भी आश्चर्यजनक है। विभाग और सरकार शिक्षकों के विरोध में चरम पर पहुंच गए हैं।
शिक्षक संघ के लखनऊ नगर अध्यक्ष प्रदीप सिंह ने कहा कि मर्जर की यह व्यवस्था अनैतिक है। जहां के जो भी बच्चे हैं, वो अपना गांव छोड़कर नहीं जा रहे हैं। यहां के रामखेड़ा गांव के विद्यालय को चिल्लावन में मर्ज किया गया है। वहां ढाई किलोमीटर तक बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं।
संघ के जिला मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा मर्जर लागू करने के पीछे NEP का तर्क दिया जा रहा। हमें ये बताया जाए क्या देश में सभी जगह NEP लागू हो गया है, जो बेसिक के स्कूलों में लागू किया जा रहा है। जब अभी यह जगह लागू नहीं हुआ तो बेसिक स्कूलों में क्यों लागू किया जा रहा है।