नई दिल्ली, 3 जुलाई 2025
कांवड़ यात्रा मार्ग पर ढाबा और होटल मालिकों की धार्मिक जांच में अब राजनीतिक विवाद गरमाता जा रहा है। इसी के चलते बीते बुधवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एसटी हसन ने बुधवार को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में कांवड़ यात्रा मार्ग पर ढाबा और होटल मालिकों की धार्मिक जांच की कड़ी निंदा की।
ओवैसी ने मीडिया में आई उन खबरों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिनमें कहा गया है कि कुछ संगठनों के सदस्य दिल्ली-देहरादून राजमार्ग पर कुछ ढाबा मालिकों के धर्म की जांच करने के लिए उनके पतलून के बटन खोल रहे हैं।
ओवैसी ने सवाल किया, “मुजफ्फरनगर हाईवे के पास कई होटल सालों से चल रहे हैं। 10 साल पहले इन जगहों पर कोई समस्या नहीं थी। मुझे समझ नहीं आता कि अब क्या समस्या है। पहले यहां कांवड़ यात्रा कैसे शांतिपूर्ण तरीके से होती थी? अब यह सब क्यों हो रहा है?” ओवैसी ने कहा, “ये कौन से निगरानी संगठन हैं जो होटल मालिकों को अपनी पैंट खोलने के लिए कह रहे हैं? क्या वे सरकार चला रहे हैं या प्रशासन के प्रभारी हैं? पुलिस को पहले उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए।”
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद एस.टी. हसन ने इस बात की आलोचना की है कि कुछ हिंदू संगठन उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटल मालिकों के धर्म की जांच कर रहे हैं और इसे “आतंकवाद का एक रूप” बताया है। यह बयान उन खबरों के बीच आया है कि कुछ हिंदू संगठनों के सदस्य उत्तराखंड के कई शहरों में होटल मालिकों और कर्मचारियों की पहचान की जांच कर रहे हैं तथा मुस्लिम होने के संदेह में व्यक्तियों को निशाना बना रहे हैं।
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा ने विपक्षी दलों पर मुसलमानों को खुश करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है।