पहलगाम, 22 अप्रैल 2025:
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसारन इलाके में सोमवार शाम हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। यह हमला उस वक्त हुआ जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस भारत के चार दिवसीय दौरे पर थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश यात्रा पर सऊदी अरब में थे। इस बर्बर हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।
हमले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी सऊदी यात्रा बीच में ही छोड़ दी और भारत लौटते ही विदेश मंत्री एस. जयशंकर और विदेश सचिव विक्रम मिसरी से तत्काल बैठक की। घटना की निंदा दुनियाभर से हुई है और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के साथ खड़े रहने का संकल्प जताया है।
ऐसे आतंकी हमले अमेरिकी नेताओं की भारत यात्रा के दौरान पहले भी देखे गए हैं। वर्ष 2000 में जब राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर आए थे, ठीक उसी दौरान छत्तीसिंघपोरा में 36 सिखों का नरसंहार किया गया था। इस बार भी उसी पैटर्न पर हमला हुआ जब जेडी वेंस आगरा के ताजमहल के दर्शन के लिए पहुंचे, उससे ठीक एक दिन पहले पहलगाम को दहला दिया गया।
पहलगाम हमला 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 निष्प्रभावी किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है। इससे पहले पुलवामा हमले में सेना के 40 जवान शहीद हुए थे, जिसका जवाब भारत ने एयर स्ट्राइक से दिया था।
हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है और स्थानीय कश्मीरी लोग भी इसकी कड़ी निंदा कर रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक बुलाई है। अब निगाहें सरकार की कार्रवाई पर टिकी हैं कि वह इस हमले के जवाब में क्या कदम उठाती है।