
पटना, 27 जून 2025
बिहार में दो महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में भारत निर्वाचन आयोग ने घोषणा की है कि राज्य की मतदाता सूची में विशेष संशोधन किया जाएगा। यह बात सामने आई है कि मौजूदा मतदाता सूची में संशोधन और संशोधन के बाद अंतिम सूची जारी की जाएगी।हालांकि, आरजेडी प्रमुख तेजस्वी यादव ने केंद्रीय चुनाव आयोग की घोषणा पर नाराजगी जताई है। उन्होंने सवाल उठाया कि 8 करोड़ बिहारी मतदाताओं की मौजूदा सूची को दरकिनार कर नई सूची क्यों बनाई जा रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब चुनाव में बस दो महीने बचे हैं, तब यह फैसला क्यों लिया गया।
तेजस्वी ने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने मात्र 25 दिनों में 8 करोड़ मतदाताओं के नाम वाली सूची तैयार नहीं की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह विशेष पुनरीक्षण गरीब, वंचित और कमजोर वर्ग के मतदाताओं को हटाने के लिए है जो राजद के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग केंद्र सरकार की कठपुतली की तरह काम कर रहा है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी की टीम जल्द ही इस मुद्दे पर चर्चा के लिए केंद्रीय चुनाव आयोग से मुलाकात करेगी। उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्हें विधानसभा चुनाव हारने का डर है, इसलिए वे मतदाता सूची में बदलाव करके जीतने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने उन पर गरीबों के मताधिकार को जबरन छीनने की कोशिश करने का आरोप लगाया।






