
नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025
दो दिवसीय यात्रा के अंतर्गत प्रधानमंत्री मोदी लंदन की अपनी यात्रा समाप्त कर आज मालदीव के दौरे पर पहुंच गए हैं। शुक्रवार सुबह माले पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और गृह सुरक्षा मंत्री जैसे उच्च पदस्थ अधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। इस मौके पर माले एयरपोर्ट पर वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे गूंजे। साथ ही, माले शहर को भारतीय राष्ट्रीय ध्वज, रंग-बिरंगे बैनर और विशाल पोस्टरों से सजाया गया था।
मालदीव 26 जुलाई को अपना 60वाँ स्वतंत्रता दिवस मनाएगा। प्रधानमंत्री मोदी इस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। मुइजू के राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद से यह किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली मालदीव यात्रा है। भारत के प्रधानमंत्री के रूप में मोदी की यह तीसरी मालदीव यात्रा है। इस यात्रा के दौरान, मोदी राष्ट्रपति मुइजू के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। वह मालदीव में भारत की सहायता से बन रही कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
इस बीच, ज्ञातव्य है कि पिछले साल भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हो गए थे। चीनी प्रलोभनों के आगे झुके मालदीव ने उस समय अपना रुख बदल दिया था। उसने अपने देश में मौजूद भारतीय रक्षा बलों को वापस बुलाने का आदेश दिया था। साथ ही, मालदीव के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ बयानबाज़ी की थी। इसके चलते भारतीयों ने मालदीव के पर्यटन का बहिष्कार कर दिया था। नतीजतन, मालदीव के पर्यटन क्षेत्र को नुकसान पहुँचा था।
इसी पृष्ठभूमि में भारत संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आगे आया था। इसी क्रम में, पिछले साल भारत की यात्रा पर आए मैजू ने मोदी को मालदीव आने का न्योता दिया था। यह इसलिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि भारत और मालदीव के बीच राजनयिक मतभेदों के बाद मोदी पहली बार मालदीव की यात्रा पर आए थे।






