
नई दिल्ली, 26 जुलाई 2025
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखी टिप्पणी की है। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोई बड़ी समस्या नहीं हैं और उनमें कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, “वह बस एक बड़े शोमैन हैं। उन्हें बहुत ज़्यादा महत्व दिया गया है।” एक-दो बार पीएम मोदी के साथ बैठकर उनसे बात करने के बाद उन्होंने कहा कि उन्हें समझ आ गया है कि उनमें ज़रा भी हिम्मत नहीं है। उन्होंने कहा, “पीएम मोदी इतनी बड़ी समस्या नहीं हैं।”
राहुल ने कहा, “मीडिया ने उन्हें बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है।” साथ ही, राहुल ने देश की नौकरशाही में दलित और हाशिए पर पड़े तबकों के कम प्रतिनिधित्व को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा। दलित, पिछड़े वर्ग, आदिवासी और अल्पसंख्यक मिलकर देश की लगभग 90% आबादी हैं। लेकिन उन्होंने इस बात पर आलोचना की कि बजट पेश होने के बाद होने वाले हलवा समारोह में इन 90% लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई नहीं होता। लेकिन उन्होंने कहा कि यही 90% आबादी देश की उत्पादक शक्ति है। उन्होंने 2004 में राजनीति में प्रवेश किया था। तब से अब तक 21 साल हो चुके हैं।
राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने दलितों और अनुसूचित जनजातियों (एसटी) की समस्याओं को तो समझा, लेकिन अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के हितों की रक्षा करने में नाकाम रहे। उन्होंने कहा कि यह उनकी अपनी गलती थी और इसे जल्द ही सुधारने का वादा किया। उन्होंने दिलचस्प टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर उन्होंने यूपीए शासन के दौरान ओबीसी की समस्याओं को समझा होता, तो देश में पहले ही जाति जनगणना हो चुकी होती।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना, जहाँ उनकी कांग्रेस पार्टी सत्ता में है, में जाति जनगणना सर्वेक्षण सफलतापूर्वक हो चुका है और जल्द ही बाकी कांग्रेस शासित राज्यों में भी जाति जनगणना कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि तेलंगाना में हुई जाति जनगणना एक राजनीतिक भूकंप है। इसने देश की राजनीतिक ज़मीन हिला दी है। राहुल गांधी का मानना है कि इसके प्रभाव पूरे देश में महसूस किए जाएँगे।






