
बर्मिंघम (इंग्लैंड), 4 जुलाई 2025:
एजबेस्टन टेस्ट में टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने जहां एक ओर बेहतरीन बल्लेबाजी कर टीम को संकट से उबारा, वहीं दूसरी ओर उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का एक सख्त नियम तोड़ दिया। BCCI के नियमों के मुताबिक कोई भी खिलाड़ी टीम बस से अलग होकर अकेले स्टेडियम नहीं जा सकता, लेकिन जडेजा ने यह नियम तोड़ दिया और मैच के दूसरे दिन अकेले ही होटल से मैदान पहुंच गए।
दरअसल, पहले दिन जडेजा 41 रन बनाकर नाबाद लौटे थे और वह अपनी पारी को आगे बढ़ाने के लिए अतिरिक्त अभ्यास करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने सुबह-सुबह लोकल गेंदबाजों के साथ नेट पर करीब 40 मिनट तक अभ्यास किया। जब टीम बस मैदान पहुंची, तब सभी को पता चला कि जडेजा पहले ही पहुंच चुके हैं।
जडेजा के इस फैसले का असर उनकी बल्लेबाजी में भी देखने को मिला। उन्होंने 137 गेंदों पर 10 चौकों और 1 छक्के की मदद से 89 रन की शानदार पारी खेली। शुभमन गिल के साथ मिलकर उन्होंने छठे विकेट के लिए 203 रनों की अहम साझेदारी कर टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला।
हालांकि, यह कदम जडेजा ने टीम के हित में उठाया, फिर भी यह नियम उल्लंघन माना जा रहा है। BCCI के नियमों का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को सजा मिल सकती है, लेकिन अब यह बोर्ड पर निर्भर करता है कि वह इस मामले को कैसे लेता है।
जडेजा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, “मुझे लगा कि मुझे नई गेंद के खिलाफ थोड़ा और अभ्यास करना चाहिए। अगर मैं उसे अच्छे से खेल सका, तो आगे की पारी आसान हो जाएगी। जब आप टीम के लिए बल्लेबाजी में योगदान देते हैं, खासकर विदेशी जमीन पर, तो आत्मविश्वास बढ़ता है।”
जडेजा का यह प्रयास सराहनीय रहा, लेकिन उनका यह कदम अनुशासनात्मक कार्रवाई का कारण भी बन सकता है।






