नई दिल्ली, 11 जुलाई 2025
पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र में उग्रवादी गतिविधियाँ फिर से तेज़ हो रही हैं। हिंसा की ताज़ा घटना दक्षिणी बलूचिस्तान प्रांत के पहाड़ी इलाकों में हुई। हमलावरों ने कई वाहनों को रोका, यात्रियों का अपहरण किया और बाद में नौ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी।
स्थानीय मीडिया और अधिकारियों के अनुसार, बलूच विद्रोहियों ने गुरुवार शाम बसों को रोका, यात्रियों को जबरन पास की पहाड़ियों में ले गए और उनकी हत्या कर दी। उनके शव आधी रात को मिले, लेकिन अभी तक किसी ने आधिकारिक तौर पर इस हमले की ज़िम्मेदारी नहीं ली है। हालाँकि, बलूच विद्रोहियों पर संदेह व्यक्त किया जा रहा है, जिन्होंने पहले भी इसी तरह के हमले किए हैं। ज़्यादातर पीड़ित पंजाब राज्य के बताए जा रहे हैं।
बीएलए ने ‘ऑपरेशन बम’ नाम से हमला किया
इस घटना से कुछ दिन पहले, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने देश भर में कई हमले किए थे। मंगलवार को शुरू हुए इस अभियान को ‘ऑपरेशन बम’ नाम दिया गया है। पंजगढ़, खारन, केच और सुरब ज़िलों में कुल 17 हमले हुए। इन हमलों में सरकारी कार्यालयों, सैन्य ठिकानों और चौकियों को निशाना बनाया गया।
बीएलएफ के एक प्रवक्ता के अनुसार, यह बलूचिस्तान स्वतंत्रता संग्राम में एक नया अध्याय लिखेगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने सुरक्षा बलों पर जमकर हमला किया और हथियार व उपकरण छीन लिए। अनुमान है कि बलूच विद्रोहियों की इन कार्रवाइयों का पाकिस्तानी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर असर पड़ रहा है।
बलूचिस्तान क्षेत्र लंबे समय से पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ संघर्ष में उलझा हुआ है। स्थानीय संसाधनों के शोषण और राजनीतिक उत्पीड़न के विरोध में बलूच समूह सशस्त्र संघर्ष जारी रखे हुए हैं। हाल की घटनाओं ने इस आंदोलन को फिर से सुर्खियों में ला दिया है।