नई दिल्ली | 22 जुलाई 2025
बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ सकता है क्योंकि वह हाल ही में 70 वर्ष के हो गए हैं, जो कि बोर्ड के संविधान के अनुसार अधिकतम आयु सीमा है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अनुमोदित बीसीसीआई के संविधान के तहत, 70 वर्ष की आयु पूरी करने वाले किसी भी पदाधिकारी को अयोग्य माना जाता है. इसी नियम के चलते अब बिन्नी के अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है.
रोजर बिन्नी ने 19 जुलाई को अपना 70वां जन्मदिन मनाया. बीसीसीआई के संविधान के अनुसार, किसी पदाधिकारी की आयु सीमा 70 वर्ष है, और इसके बाद वह पद पर बने नहीं रह सकते. इस स्थिति में अध्यक्ष की जगह उपाध्यक्ष लेता है. हालांकि, उनके करीबी सूत्रों का मानना है कि बिन्नी बिना किसी आधिकारिक दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर किए सितंबर में होने वाली वार्षिक आम बैठक (AGM) तक पद पर बने रह सकते हैं.
सस्पेंस उस समय और गहरा गया जब पता चला कि संसद के मॉनसून सत्र में खेल विधेयक पेश किया जाना है. इस प्रस्तावित कानून में उम्र सीमा को लेकर बीसीसीआई के मौजूदा नियमों से भिन्न प्रावधान हैं. नए कानून में पदाधिकारियों की अधिकतम उम्र सीमा 75 साल तक हो सकती है, जिससे बिन्नी जैसे अधिकारियों को राहत मिल सकती है. खेल मंत्री मनसुख मांडविया इस विधेयक को संसद में पेश करेंगे.
इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक न तो बीसीसीआई की तरफ से और न ही बिन्नी की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने आया है. सूत्रों के अनुसार, बिन्नी फिलहाल थाईलैंड में अपने परिवार के साथ छुट्टियां मना रहे हैं, और वे हाल ही में लंदन में लॉर्ड्स टेस्ट में शामिल होने के बाद भारत लौटे थे.
स्थिति पर अंतिम फैसला आगामी दिनों में लिया जा सकता है, लेकिन फिलहाल बिन्नी का भविष्य बीसीसीआई में अनिश्चित बना हुआ है.