
हरेन्द्र दुबे
गोरखपुर, 25 जून 2025:
यूपी के गोरखपुर के विरासत गलियारे में व्यापारियों को मन मुताबिक मुआवजा न मिलने का प्रकरण अब सियासी रंग ले चुका है। आज समाजवादी पार्टी (सपा) का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय और नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव शामिल थे, व्यापारियों से मिलने पहुंचा। लेकिन पांडेयहाता पहुंचते ही उनका सामना भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के व्यापार मंडल से जुड़े पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं से हो गया, जिन्होंने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध, झड़प और तोड़फोड़
यह विवाद दोपहर 2:30 से 3:00 बजे के बीच शुरू हुआ। भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा डेलिगेशन का रास्ता जेसीबी से रोक दिया और उनकी गाड़ी पर अंडे फेंके, जिससे एक शीशा भी टूट गया। दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प और नारेबाजी हुई, जिसके बाद पुलिस ने बीच-बचाव का प्रयास किया।
सपा का धरना और मुआवजे का मुद्दा
लगभग 3:30 बजे, सपा प्रतिनिधिमंडल ने भाजपा के विरोध के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए धरने पर बैठ गया। पुलिस ने दोनों पार्टियों को समझा-बुझाकर सपा का धरना खत्म कराया। दरअसल, सड़क चौड़ीकरण के कारण विरासत गलियारा के व्यापारियों को सर्किल रेट और जमीन के मुताबिक मुआवजा नहीं मिला है, जिससे उनमें भाजपा सरकार के प्रति भारी रोष है। कई व्यापारी मुआवजे की मांग को लेकर हाईकोर्ट तक पहुंच गए हैं।
यही वजह है कि इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी को राजनीति करने का मौका मिल गया है, और इसी सिलसिले में सपा का प्रतिनिधिमंडल आज व्यापारियों से मिलने आया था, जिसकी भनक लगते ही भाजपा कार्यकर्ता विरोध करने पहुंच गए।






