
नई दिल्ली, 20 जून 2025
ईरान-इजराइल के बीच जारी तनाव और दोनों देशों के बीच जारी जंग में अब रूस ने अपना रूख साफ कर दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार रूस ने अमेरिका को अब सीधे तौर पर चेतावनी दे दी है कि अगर वो ईरान-इजराइल युद्ध में किसी भी तरह से हस्तक्षेप करेगा तो इसके गंभीर परिणाम उसे भी भुगतने होंगे। बता दे कि अमेरिका की इजरायल को समर्थन के बाद यह रूस की प्रतिक्रिया है।
रूसी उप विदेश मंत्री सर्गेई रयाबकोव ने मीडिया को बताया कि उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी है कि वह इजरायल को सीधे सैन्य सहायता न दे। उन्होंने कहा, “हम वाशिंगटन को इस तरह की अटकलों और वैचारिक संभावनाओं से सावधान रहने की चेतावनी देते हैं। यह एक ऐसी कार्रवाई होगी जो पूरी स्थिति को गंभीर रूप से अस्थिर कर देगी।” इस बीच, ईरान का समर्थन कर रहे रूस ने पहले ही इजरायली हमलों की निंदा की है।
दूसरी ओर, ईरान और इजराइल एक दूसरे पर मिसाइल और ड्रोन दाग रहे हैं। इजराइल का कहना है कि उसके हमले ईरान की परमाणु हथियार योजनाओं को रोकने के उद्देश्य से हैं। ईरान ने यूरेनियम संवर्धन सुविधाओं को नष्ट कर दिया है। तेहरान परमाणु बम न बनाने की हरसंभव कोशिश कर रहा है। इसी के तहत इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने चेतावनी दी है कि अराक हेवी वाटर रिएक्टर साइट को खाली कर दिया जाना चाहिए। इजराइल ने तुरंत हमले शुरू कर दिए।
इजराइल ने सोशल मीडिया पर अराक भारी पानी रिएक्टर संयंत्र की उपग्रह तस्वीर पोस्ट की, जिसमें चेतावनी दी गई कि “रिएक्टर के पास रहने वाले लोगों को तुरंत क्षेत्र खाली कर देना चाहिए।” पोस्ट के कुछ घंटों बाद इजराइल ने हवाई हमले शुरू कर दिए।फिलहाल ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि वहां कोई रेडिएशन का खतरा है। इजरायल का लक्ष्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से खत्म करना है। इसीलिए वह यूरेनियम संवर्धन केंद्रों पर हमला कर रहा है। इजरायल उन सभी संसाधनों को नष्ट करना चाहता है जिनका इस्तेमाल तेहरान परमाणु बम बनाने के लिए कर रहा है। आईडीएफ के हमले ईरान के परमाणु कार्यक्रम में बाधा डाल रहे हैं।
मालूम हो कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने भी अमेरिका को चेतावनी दी है।उधर, ईरान ने गुरुवार को इजराइल पर मिसाइलों से हमला किया। इस हमले में बीरशेबा के सोरोका अस्पताल को भी निशाना बनाया गया। हमले में कई लोग घायल हो गए। अस्पताल की एंबुलेंस सेवा के प्रमुख एलीबेन ने कहा कि किसी को भी अस्पताल नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बड़ा हादसा टल गया क्योंकि कल ही फ्लोर खाली करा लिया गया था। यह इजराइल के सबसे महत्वपूर्ण अस्पतालों में से एक है। दरअसल, अस्पताल में कुछ समय पहले तक बहुत भीड़ थी। लेकिन, जिस फ्लोर पर हमला हुआ था, उसे कल खाली करा लिया गया। इससे कई लोगों की जान बच गई। अब ईरान से युद्ध के कारण इजराइल को बहुत नुकसान हो रहा है। उसे प्रतिदिन 2,400 करोड़ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि ईरान ने दर्जनों बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इजरायल के स्वास्थ्य मंत्री उरीएल बुसो ने इस हमले को युद्ध अपराध बताया। उन्होंने कहा, “यह ईरानी शासन द्वारा किया गया अपराध है। उन्होंने जानबूझकर निर्दोष लोगों और डॉक्टरों को निशाना बनाया जो जान बचा रहे थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ऐसी घटना के लिए तैयार था। तुरंत प्रतिक्रिया देने वालों का धन्यवाद।”





