लखनऊ, 6 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार को अखिल भारत हिंदू महासभा ने 6 दिसंबर को शौर्य दिवस के रूप में मनाया। इस बार भी संगठन की ओर से मथुरा में देहरी पूजन की योजना बनाई गई थी। इसके लिए महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने प्रशासन को पत्र भेजकर मथुरा जाकर पूजा-अर्चना करने की अनुमति मांगी थी। हालांकि मथुरा में निषेधाज्ञा लागू होने के कारण जिला प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

अनुमति न मिलने के बाद शनिवार सुबह प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी को उनके लखनऊ स्थित कार्यालय पर ही नजरबंद कर दिया। अधिकारियों के अनुसार यह कदम संभावित भीड़ जुटने और कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका को देखते हुए उठाया गया। दूसरी ओर संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस कार्रवाई को अभिव्यक्ति और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार पर रोक बताते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी।
नजरबंद किए जाने के बावजूद महासभा के कार्यकर्ता कार्यालय परिसर में एकत्र हुए और लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने कार्यालय से लेकर त्रिवेदी के आश्रम तक एक प्रतीकात्मक शौर्य यात्रा निकालने का प्रयास किया। पुलिस प्रशासन ने कानून-व्यवस्था का हवाला देते हुए इस यात्रा को आगे बढ़ने से रोक दिया और भीड़ को नियंत्रित किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने कहा कि यात्रा रोकने का संगठन की भावना पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उनके अनुसार हमारे कार्यकर्ता संकल्प ले चुके हैं कि निर्धारित समय पर मथुरा जाकर देहरी पूजा जरूर करेंगे। प्रशासन चाहे जितनी रोक लगाए, हमारी धार्मिक आस्था को नहीं रोका जा सकता।
यात्रा रोके जाने के बाद कई कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कुछ कार्यकर्ता वंदे मातरम् और मंदिर निर्माण से जुड़े नारे भी लगाते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त करते नजर आए। फिलहाल, पुलिस सतर्क है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शांति व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार की अवैध यात्रा या भीड़ जुटान की अनुमति नहीं दी जाएगी।






