लखनऊ, 5 नवंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ से इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। बीकेटी थाना क्षेत्र में एक लेखपाल ने सड़क पर घायल पड़े दो युवकों की मदद की, लेकिन भलाई का ये काम ही उसके लिए मुसीबत बन गया। घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले लेखपाल को उन्हीं के परिजनों ने गलती से पीट दिया, जिससे वह खुद गंभीर रूप से घायल हो गया।
मामला बीकेटी क्षेत्र के ग्राम पूर्वा के एलडीए कैंप कार्यालय के पास का है, जहां दो बाइक सवार युवक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर पड़े। मौके से गुजर रहे बीकेटी तहसील में तैनात लेखपाल सुखबीर ने तुरंत इंसानियत दिखाते हुए दोनों युवकों को अस्पताल पहुंचाया। वह इलाज के इंतजाम में जुटे ही थे कि तभी वहां घायलों के परिजन पहुंच गए।
लेकिन कहानी यहीं पलट गई। परिजनों को किसी ने बताया कि हादसा लेखपाल की गाड़ी से हुआ है। इस गलतफहमी में गुस्साए परिजनों ने लेखपाल सुखबीर की पिटाई कर दी। इस दौरान लेखपाल के सिर में गंभीर चोट आई और उन्हें खुद भी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें परिजन लेखपाल को मारते हुए दिखाई दे रहे हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पीड़ित लेखपाल ने सैरपुर थाने में 5 नामजद सहित कुछ अज्ञात के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल पुलिस वीडियो की मदद से आरोपियों की पहचान में जुटी है।
यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि क्या वाकई अब भलाई करना अपराध बन गया है? इंसानियत की मिसाल पेश करने वाले लेखपाल को गलतफहमी का शिकार होना पड़ा, जिससे समाज में भरोसे और सद्भाव की भावना को ठेस पहुंची है।






