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दोहा में भारतीय शूटरों का धमाका! परफेक्ट शॉट लगाकर सिमरनप्रीत कौर ने जीता स्वर्ण पदक

भारत ने दोहा में हुए आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप फाइनल में अब तक छह पदक जीतकर शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें सिमरनप्रीत कौर बरार ने स्वर्ण, जबकि ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और अनीष भानवाला ने रजत पदक अपने नाम किए

खेल डेस्क, 8 दिसंबर 2025 :

कतर की राजधानी दोहा में जारी आईएसएसएफ (International Shooting Sport Federation) शूटिंग वर्ल्ड कप फाइनल में भारतीय निशानेबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। रविवार को युवा प्रतिभा सिमरनप्रीत कौर बरार ने महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल में जोरदार मुकाबले के बीच स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में अपने पहले वर्ल्ड कप फाइनल में उतरे ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने शानदार शूटिंग करते हुए रजत पदक जीता। इसके साथ ही भारत के अनीष भानवाला ने 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल में रजत पदक हासिल किया।

भारत अब तक छह पदक जीत चुका है-2 स्वर्ण, 3 रजत और 1 कांस्य, और पदक तालिका में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। चीन फिलहाल तीन स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य के साथ शीर्ष पर बना हुआ है।

सिमरनप्रीत ने की धीमी शुरुआत के बाद ऐतिहासिक वापसी

सिमरनप्रीत की जीत जितनी चमकदार थी, उतनी ही चुनौतीपूर्ण भी। क्वालिफिकेशन में 585 अंकों के साथ पाँचवें स्थान पर रहते हुए फाइनल में पहुंचीं। शुरुआत में पहले पांच शॉट की सीरीज में तीन निशाने चूकने के बाद वह आठवें स्थान पर खिसक गईं। लेकिन इसके बाद उन्होंने दबाव में शानदार वापसी की और लगातार तीन परफेक्ट ‘5’ के शॉट मारते हुए चीन की स्टार शूटर याओ कियानक्सुन (36 अंक) और जर्मनी की पूर्व विश्व चैंपियन डोरेन वेनेकैंप को पछाड़कर स्वर्ण जीत लिया। सिमरनप्रीत ने कुल 41 अंकों के साथ फाइनल खत्म किया और विश्व जूनियर रिकॉर्ड की भी बराबरी की। उनके पिता ने उनकी ट्रेनिंग के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी थी, और इस प्रदर्शन ने पूरे परिवार के सपनों को नई ऊँचाई दी।

क्वालिफाई करने वाली दूसरी भारतीय ईशा सिंह फाइनल में लय नहीं पकड़ सकीं और सातवें स्थान पर रहीं। वहीं ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर क्वालिफिकेशन में 581 अंक के साथ नौवें स्थान पर रहीं और फाइनल में जगह नहीं बना पाईं।

ऐश्वर्य मुकाबले में सिर्फ 0.9 अंक से चूके स्वर्ण

50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन स्पर्धा में भारतीय स्टार शूटर ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने पूरे मुकाबले में दमदार उपस्थिति दर्ज कराई। क्वालिफिकेशन में उन्होंने 595 का स्कोर दागा और चीन के टियान जियामिंग के बाद दूसरे स्थान पर रहे। फाइनल में नीलिंग पोजीशन में धीमी शुरुआत के बाद उन्होंने प्रोन पोजीशन में अपनी लय पकड़ी और कई शॉट्स में बढ़िया स्कोर लगाते हुए बढ़त बनानी शुरू की।

एक समय उन्होंने चेकिया के जिरी प्रिव्रात्स्की को पछाड़कर बढ़त भी बना ली थी, लेकिन आखिरी शॉट्स में जिरी ने वापसी की और 0.9 अंक के अंतर से स्वर्ण जीत लिया। यह इस साल जिरी का तीसरा विश्व कप स्वर्ण है।ओलंपिक चैंपियन लियू युकुन कांस्य पदक से संतुष्ट रहे। ऐश्वर्य के लिए यह उनके कठिन साल का शानदार अंत रहा। उन्होंने हाल की विश्व चैंपियनशिप में भी रजत पदक जीता था।

अनीष भानवाला ने दिलाई उम्मीद, लेकिन सोना हाथ से फिसला

25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल में भारत के अनीष भानवाला ने उत्कृष्ट शूटिंग दिखाई। मौजूदा विश्व चैंपियन फ्रांस के क्लेमेंट बेसागुएट को शूट-ऑफ में हराते हुए वह स्वर्ण पदक की दावेदारी में पहुंचे। लेकिन फाइनल राउंड में चीन के ओलंपिक चैंपियन ली यूहोंग ने 33 अंक के साथ सोना जीत लिया, जबकि अनीष 31 अंकों के साथ रजत पर रहे। भारत के विजयवीर सिद्धू चौथे स्थान पर रहे जबकि बेसागुएट ने कांस्य जीता।

कैसा रहा अन्य भारतीयों का प्रदर्शन?

महिलाओं की थ्री पोजीशन स्पर्धा में सिफत कौर सामरा 584 अंकों के साथ दसवें स्थान पर रहीं और फाइनल में नहीं पहुंच पाईं। मनु भाकर भी 581 अंक के साथ अपनी स्पर्धा में नौवें स्थान पर रहीं। भारत के अब तक के प्रदर्शन से साफ है कि यह वर्ल्ड कप फाइनल भारतीय निशानेबाजी के लिए बेहद सफल रहा, जिसमें नई युवा प्रतिभाएं उभरकर सामने आईं और अनुभवी निशानेबाज़ों ने भी अपनी मौजूदगी मजबूत की।

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