
आजमगढ़, 3 जुलाई 2025:
यूपी के आजमगढ़ जिले में गुरुवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव ने नगर से सटे अनवरगंज क्षेत्र में अपने नए आवासीय भवन और पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। जोरदार स्वागत से उत्साहित अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तीखे हमले बोले। वहीं पीडीए की एकता से सत्ता में आने की बात कहकर वादों की झड़ी लगा दी।
उद्घाटन अवसर पर हुई सभा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि आज हमें खुशी है इस बात की कि बहुत पार्टी कार्यालय देखे हैं हम लोगों ने बीजेपी का कई फ्लोर का पार्टी कार्यालय देखा है लेकिन जितना शानदार समाजवादी पार्टी का कार्यालय दिखाई दे रहा है इसके मुकाबले उनका पार्टी कार्यालय कहीं नहीं है। भाजपा का बिना नाम लिए कहा कि उन्होंने छोटा कार्यालय इसलिए बनवाया, क्योंकि उन्हें पता है कि आजमगढ़ से उनका खाता नहीं खुलेगा। जो प्यार और सम्मान यहां की जनता देती है हमें, लगता है बहुत कम जिलों में वह सम्मान मिल पाता है।
अभी तक की सबसे ज्यादा लोकसभा की सीटें समाजवादी पार्टी जीती है, ये इंडिया गठबंधन की ताकत, पीडीए की रणनीति ने मिलकर हमें उत्तरप्रदेश में नंबर वन बनाया है। इतिहास यह भी बताता है कि जो लोकसभा जीतता है वही विधानसभा जीतता है। सामाजिक न्याय की स्थापना का संकल्प ही हमारे PDA परिवार को सम्मान दिलाने का काम करेगा। हमारे बहुत सारे साथी सुझाव दे रहे थे कि यह जो स्थान बना है, ये जो पार्टी कार्यालय बना इसका नाम क्या हो। ये “PDA भवन” के नाम से जाना जाएगा, क्योंकि पीडीए की एकता ही हमें सत्ता दिलाएगी।
यदि 2027 में उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकार बनती है तो हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी, युवाओं को आईपैड मिलेगा और महिलाओं को 3000 रुपये मासिक समाजवादी पेंशन दी जाएगी। उन्होंने केंद्र की अग्निवीर योजना को समाप्त करने और सीमा की सुरक्षा को मजबूत करने और यूपी में आउटसोर्स की व्यवस्था खत्म करने की बात कही। कहा कि हम सब वो लोग हैं जो समय-समय पर पीड़ित रहे हैं, हम लोगों को जानबूझकर दु:खी किया गया, अपमानित किया गया है। इसीलिए हम सब एक सूत्र से बंधे हुए लोग हैं, PDA परिवार हमारा एक है।
कैबिनेट की बैठक में हुए निर्णय पर अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि मुझे खुशी इस बात की कि JPNIC को LDA को दे दिया गया है चलाने के लिए लेकिन LDA का काम है नक्शे पास करने का, चलाने का नहीं अब उसे आसानी से बेचा जा सकता है। मुझे दु:ख इस बात का भी है कि संविधान के रास्ते पर भारतीय जनता पार्टी नहीं चल रही है।






