
सुल्तानपुर, 27 जुलाई 2025:
यूपी के सुल्तानपुर जनपद में एसडीएम लंभुआ के खिलाफ तहसील परिसर में चार दिन से चल रहा पांच किसान का आमरण अनशन डीएम के हस्तक्षेप के बाद शनिवार देर रात समाप्त हो गया। हालांकि, किसानों ने साफ किया है कि उनका धरना तब तक जारी रहेगा जब तक जन समस्याओं का समाधान नहीं होता।
भारतीय किसान यूनियन (हिंद) के प्रदेश अध्यक्ष प्रभात सिंह, जिलाध्यक्ष कमलेश वर्मा, अनुराग सिंह, देवतादीन यादव और बृजेन्द्र चौरसिया गत बुधवार से बिना अन्न-जल के अनशन पर बैठे थे। शनिवार को अनशनकारी किसानों की चिकित्सकीय जांच में उनका रक्तचाप और शुगर स्तर काफी कम पाया गया, जिससे प्रभात समेत दो किसानों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
कादीपुर एसडीएम उत्तम कुमार तिवारी और सीओ सिटी प्रशांत सिंह ने अनशन समाप्त कराने का प्रयास किया, लेकिन किसान अड़े रहे। किसान नेताओं ने लंभुआ एसडीएम एवं जॉइंट मजिस्ट्रेट गामिनी सिंगला पर तानाशाहीपूर्ण रवैये का आरोप लगाया। प्रभात ने कहा कि वे जन समस्याओं को लेकर ज्ञापन देने पहुंचे थे, लेकिन जॉइंट मजिस्ट्रेट ने ज्ञापन लेने से इनकार कर दिया।
इसके विरोध में करीब 250 किसानों ने पदयात्रा कर डीएम को अवगत कराया। किसानों का आरोप है कि शिकायतों के समाधान की जगह प्रशासन ने उन्हें निशाना बनाना शुरू कर दिया। शनिवार देर रात एडीएम एस सुधाकरण और एएसपी अखंड प्रताप सिंह की मध्यस्थता से किसानों की डीएम से फोन पर वार्ता हुई। उन्होंने रविवार शाम किसान नेताओं से मुलाकात कर जन समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद किसान संगठनों ने आमरण अनशन समाप्त करने का फैसला किया। किसान नेताओं ने कहा कि यदि तय समय में समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। धरना तब तक जारी रहेगा जब तक सभी समस्याओं का स्थायी निस्तारण नहीं हो जाता।






