लखनऊ, 4 सितंबर 2025:
मानसून का मौसम अपने साथ राहत और हरियाली लेकर आता है, लेकिन यह कई बीमारियों का भी कारण बन सकता है। डॉक्टरों का मानना है कि जलभराव, नमी और बदलते तापमान के कारण इस मौसम में संक्रमण तेजी से फैलता है। इसलिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि किन बीमारियों का खतरा है और उनसे कैसे बचा जा सकता है।
प्रमुख बीमारियां और उनके बचाव के उपाय
मलेरिया और डेंगू
कारण : ये मच्छर जनित बीमारियाँ हैं जो ठहरे हुए पानी में पनपने वाले मच्छरों के काटने से फैलती हैं।
बचाव: अपने आस-पास पानी जमा न होने दें। कूलर, गमले और बर्तनों का पानी नियमित रूप से बदलें। मच्छरदानी का प्रयोग करें और पूरे बाजू के कपड़े पहनें।
मच्छर भगाने वाली क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें।
टाइफाइड (आंत्र ज्वर)
कारण : यह दूषित पानी और भोजन के सेवन से होने वाली बीमारी है।
बचाव : केवल उबला हुआ या फिल्टर किया हुआ पानी पिएं। सड़क किनारे बिकने वाले खुले खाद्य पदार्थों और कटे हुए फलों से बचें। खाने से पहले और बाद में अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं।
वायरल बुखार और फ्लू
कारण : बदलते मौसम और नमी के कारण ये बीमारियां तेजी से फैलती हैं।
बचाव : भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। खांसी और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें। पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें और अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं। बारिश में भीगने से बचें और गीले कपड़े तुरंत बदलें।
त्वचा संबंधी संक्रमण
कारण : नमी और पसीने के कारण फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है।
बचाव : साफ और सूखे कपड़े पहनें। नहाने के बाद शरीर को अच्छी तरह सुखाएं। खासकर पैरों और उंगलियों के बीच की जगह को। लंबे समय तक गीले जूते और मोजे पहनने से बचें।
पेट संबंधी समस्याएं
कारण : दूषित पानी और भोजन के कारण ये समस्याएं होती हैं।
बचाव : हाइजिन का विशेष ध्यान रखें। बाहर का खाना खाने से बचें। खूब पानी पिएं ताकि शरीर में पानी की कमी न हो।
कुछ महत्वपूर्ण सुझाव : अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियां खाएं। हल्दी, अदरक और तुलसी जैसी जड़ी-बूटियों का सेवन करें। पानी को उबालकर या फिल्टर करके ही पिएं। यदि कोई बीमारी के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। अपने घर और आसपास की जगह को साफ-सुथरा रखें। इन सावधानियों को अपनाकर आप बारिश के मौसम का आनंद उठा सकते हैं। बीमारियों से बच सकते हैं।