
मथुरा, 19 सितंबर 2025 :
यूपी के मथुरा जिले में चल रहे चार दिवसीय ‘पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति महोत्सव मेला के दूसरे दिन विराट युवा सम्मेलन में सीएम योगी आदित्यनाथ ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने दीन दयाल धाम के लिए कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि विदेशी हमारे खिलाफ साजिश रचते हैं इसलिए विदेशी सामान न खरीदें। स्वदेशी खरीदें और अपनों को गिफ्ट भी करें। इससे हमारे हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा व देश का विकास होगा।
दीनदयाल धाम में चल रहे इस आयोजन के दौरान
सीएम ने मंच से नगला-अकोस मार्ग पर पुल की स्वीकृति देने की बात कही। वहीं पंडित दीन दयाल उपाध्याय जन्मभूमि पर बने पर्यटन स्थल में एक अतिथि भवन का निर्माण और उनकी कुटिया को सोलर पैनल लगाने की घोषणा की। सीएम ने कहा कि आज हम उस महापुरुष का स्मरण कर रहे हैं, जिन्होंने स्वतंत्र भारत को एक नई दृष्टि प्रदान की। भारत और भारतीयता के उन पहलुओं से हमें परिचित कराया, जिन पर ‘विकसित भारत’ की आधारशिला टिकी है। प्रधानमंत्री ने अंत्योदय के प्रणेता पंं. दीनदयाल उपाध्याय के मंत्र को आत्मसात करते हुए असंभव को संभव बनाने का काम किया है। आज भारत में जो परिवर्तन दिखाई दे रहा है उसके पीछे पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की जीवन दृष्टि है। स्वदेशी है तो हम सशक्त हैं, स्वदेशी है तो स्वावलंबन भी है, यही पं. दीनदयाल उपाध्याय जी का मंत्र था।
सीएम ने कहा कि हमें स्वदेशी वस्तुओं को खरीदना चाहिए। पर्व और त्योहार आने वाले हैं। हमारा हस्त शिल्पी, हमारा कारीगर जो भी उत्पाद बनाता है। उसे हम खरीदते हैं। इसका पैसा हमारे हस्तशिल्पी, हमारे कारीगर के हाथों में जाएगा। इससे हमारे देश का विकास होगा। अगर विदेश जाएगा तो आतंकवाद में उस रुपए का उपयोग होगा। विदेशी मुनाफा कमाएं, इसके बाद हमारे खिलाफ ही साजिश रचेंगे। भारत को कमजोर करने के लिए षडयंत्र होंगे। चार दिन तक स्मृति महोत्सव चलेगा। शारदीय नवरात्रि की प्रथम तिथि से लेकर विजयादशमी तक अगर कोई भारतीय अपने रिश्तेदारों से मिलता है, तो उसे स्वदेशी गिफ्ट दे।
लोग कहते थे क्या कश्मीर में धारा 370 हट पाएगी? हम तब भी नारा देते थे,’जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है’ लोग कहते थे क्या अयोध्या में श्री राम मंदिर बन पाएगा? हम तब भी कहते थे ‘रामलला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। पिछले 11 वर्षों में हम सभी ने अपनी आंखों से बदलते हुए भारत को देखा है। आज भारत दुनिया की टॉप-4 बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। किसी संस्था में आउटसोर्स और संविदा पर कार्यरत कार्मिक को मिनिमम मानदेय की गारंटी अब सरकार देने जा रही है।