
राम दशरथ यादव
लखनऊ, 3 अक्टूबर 2025 :
यूपी की राजधानी स्थित गोसाईगंज इलाके में ‘हथिया नक्षत्र’ की बरसात ने किसानों की कमर तोड़ दी है। लगातार बारिश से खेतों में खड़ी धान की पकी फसल गिरकर भीग गई है, जिससे कटाई और मड़ाई दोनों मुश्किल हो गई हैं। अगर बारिश और हुई तो धान के अंकुरित होने का खतरा भी बढ़ गया है।
बता दें कि बरसात कराने के लिए मशहूर हथिया नक्षत्र 27 सितंबर से शुरू हुआ था और अभी 11 अक्टूबर तक चलेगा। अश्विन यानी क्वार माह में लगातार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। मंगलवार को तेज हवाओं के साथ हुई बारिश से कई किसानों की फसल जमीन पर गिर गई। इसके बाद गुरुवार सुबह फिर हुई बरसात ने गिरी हुई फसल को और भी नुकसान पहुंचाया। खेतों में पानी भरने से कटाई संभव नहीं हो पा रही है।
शेखनापुर निवासी हनुमान, दाउदपुर के करुणेश कुमार और अमेठी मदरसा वार्ड निवासी शैलेंद्र कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि उनकी पकी हुई फसल गिरकर खराब हो रही है। अगर गिरी हुई फसल पर फिर पानी गिरा तो धान अंकुरित हो जाएगा। कुछ किसानों ने कटाई तो शुरू कर दी, लेकिन मड़ाई नहीं कर पाए। अब फसल खेत में भीगने से पूरी तरह बर्बाद होने का खतरा है। आमतौर पर दीपावली से पहले धान की अगैती फसल काट ली जाती है, जिससे चूरा और खील बनाया जाता है। त्योहारों पर इसकी भारी खपत होती है, लेकिन इस बार खराब मौसम ने किसानों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।