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रेलवे की ई-टिकट पर ऑपरेशन सिंदूर के प्रचार से मचा राजनीतिक घमासान, कांग्रेस बोली – यह देशभक्ति नहीं, सौदेबाजी है

नई दिल्ली, 19 मई 2025

पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के लिए भारतीय सेना व्दारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर को लेकर अब सत्ता पक्ष और विपक्ष में खीचतान शुरू हो गई है। हाल ही में भारतीय रेलवे के टिकटों पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर झापने को लेकर के राजनीतिक घमासान मच गया है। कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि वो बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए सैन्य अभियान का इस्तेमाल कर रही है।

बता दे कि बीत दिन मध्यप्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आईआरसीटीसी ई-टिकट की एक तस्वीर पोस्ट की है। जिसको लेकर के अब राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।

तस्वीर के जरिए बताया गया है कि “यह इस बात का उदाहरण है कि मोदी सरकार किस तरह से विज्ञापन के प्रति जुनूनी है। वे रेलवे टिकट पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का विज्ञापन कर रहे हैं। वे सेना की वीरता को भी एक उत्पाद की तरह बेच रहे हैं। यह देशभक्ति नहीं है – यह सौदेबाजी है,” बेबेले ने लिखा। 17 मई को संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के थर्ड एसी कोच में भोपाल-झांसी रूट के लिए बुक की गई इस टिकट पर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लिखा हुआ है।

बबेले ने आगे आरोप लगाया कि जब से भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है , भाजपा चुनावी लाभ के लिए सेना की उपलब्धियों का इस्तेमाल करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा, “जबकि भारत ने पारंपरिक रूप से सशस्त्र बलों का राजनीतिकरण करने से परहेज किया है, भाजपा नेताओं ने पहले गैर-जिम्मेदाराना बयान दिए और अब रेलवे टिकटों पर मोदी की तस्वीर और बयान वाली प्रचार सामग्री लगा दी गई है।” “यह आगामी बिहार चुनावों में राजनीतिक लाभ के लिए सेना का खुला इस्तेमाल है। इस तरह की प्रथाओं पर तुरंत रोक लगाई जानी चाहिए।”

वहीं इस मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सांसद कुंवर दानिश अली ने भी भाजपा के इस विज्ञापन की सोशल मीडिया पर तीखी आलोचना की। दानिश अली ने एक्स पर लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी युद्ध और शहादत को अवसर के रूप में देखते हैं। जबकि निर्दोष नागरिकों का खून बह रहा था और बहादुर सैनिक पाकिस्तान का मुकाबला करने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा रहे थे, एक नया पोस्टर लॉन्च किया गया। शहीदों के नाम या चेहरे नहीं – केवल मोदी की छवि और प्रचार। क्या यह आत्म-मुग्धता की पराकाष्ठा नहीं है?”

तस्वीर विवाद के बीच भारतीय रेलवे ने दी प्रतिक्रिया :

सरकार और विपक्ष के बीच मचे इस विवाद में भारतीय रेलवे ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रेलवे बोर्ड के अधिकारी दिलीप कुमार ने विवाद के बाद एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया है कि “ऑपरेशन सिंदूर को सफलतापूर्वक अंजाम देने के लिए हमें अपने सशस्त्र बलों पर गर्व है। पूरा देश उनकी बहादुरी का जश्न मना रहा है। श्रद्धांजलि के तौर पर भारतीय रेलवे ने टिकटों पर इस संदेश को उजागर करने और ऑपरेशन सिंदूर को दर्शाते हुए तिरंगे से स्टेशनों को रोशन करने का फैसला किया है। यह ऑपरेशन की सफलता का संदेश फैलाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी अभियान है।”

कांग्रेस पार्टी की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर कुमार ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर की सफलता बहुत बड़े राष्ट्रीय गौरव की बात है। हमारा मानना ​​है कि यह कहानी भारत के हर कोने तक पहुंचनी चाहिए और इसी उद्देश्य से हम एक अभियान चला रहे हैं।” फिलहाल बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव होने है जिसे लेकर के सरकार और विपक्ष दोनों के बीच टकराव तो होना लाजमी है अब आगें देखना होना की इस मामले में भविष्य में क्या होता है।

 

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