
अंशुल मौर्य
वाराणसी,1 अप्रैल 2025:
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में प्रशासनिक अराजकता का नया मामला सामने आया है। 31 मार्च को प्रो. सुमन जैन का विभागाध्यक्ष कार्यकाल समाप्त होने के बाद, नियम और वरिष्ठता के आधार पर प्रो. एमपी अहिरवार को विभागाध्यक्ष बनाया जाना था। हालांकि, प्रशासन ने आश्चर्यचकित करते हुए डीन को जिम्मेदारी सौंप दी और प्रो. सुषमा घिल्डियाल को विभाग का प्रभार दिया।
प्रो. अहिरवार ने इस फैसले को स्पष्ट रूप से जातिवाद और मनमानी बताया, उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “ऑर्डिनेंस 25(4)(2) के तहत मेरा विभागाध्यक्ष होना तय था, पर नियमों को ठेंगा दिखाकर डीन को जिम्मेदारी दे दी गई।” इस विवाद ने छात्रों को भी सक्रिय कर दिया है। छात्र नेता अजय भारती ने विश्वविद्यालय में अनियमितताओं पर कड़ा विरोध जताया और चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा।
बीएचयू प्रशासन से अभी तक कोई स्पष्ट सफाई नहीं आई है, जिससे शैक्षणिक समुदाय में असंतोष बढ़ता जा रहा है।
