
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 12 अगस्त 2025 :
यूपी के गोरखपुर जिले में बारिश के दौरान जलभराव में मदरसे से घर लौट रही 9 साल की छात्रा नाले में गिर गई। काफी दूर तक वो बहती चली गई। इसके बाद कुछ लोग उसे निकाल कर हॉस्पिटल ले गए लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। घटना को लेकर निर्माण में बरती जा रही लापरवाही को लेकर रोष है। वहीं नगर निगम का कहना है कि जांच कराई जाएगी। परिवार को हर संभव सहायता दी जाएगी।
बता दें कि गोरखपुर महानगर क्षेत्र में सोमवार की शाम 4 से 5 बजे के बीच तेज बारिश हुई। इस बारिश में अधिकतर सड़कों को तालाब बना दिया। इस दौरान तिवारीपुर थाना क्षेत्र के घोसीपुरसा मोहल्ले में हादसा हो गया। हुआ यूं कि घोसीपुरवा मोहल्ले के लाला टोला के रहने वाले अनीश की 8 साल की बेटी आफरीन टीले वाली मस्जिद के मदरसे में पढ़कर घर वापस लौट रही थी। आज उसके स्कूल में दाखिले का पहला दिन था। स्कूल से छूटने के बाद वो घर लौटते समय तेज बारिश की वजह से वो सड़क और नाले में फर्क नहीं समझ सकी और निर्माणाधीन नाले के खुले हिस्से में फिसलकर गिर गई।
इसके बाद वो 50 मीटर तक बहती चली गई। आसपास के लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया और उसे बाहर निकाला। मोहल्ले के कुछ युवा आनन-फानन आफरीन को बेसुध हालत में एक निजी चिकित्सालय लेकर पहुंचे। वहां पर उसकी हालत गंभीर देखकर उसे जिला चिकित्सालय भेज दिया गया। बारिश के बाद जाम होने की वजह से बाइक से उतरकर युवा मासूम आफरीन को बेसुध हालत में लेकर तालाब बनी सड़क पर दौड़ लगाते हुए जिला चिकित्सालय पहुंचा।
चिकित्सकों ने आफरीन की जांच की, तो उसकी मौत हो चुकी थी। वार्ड के पार्षद और अन्य लोगों के द्वारा आफरीन की मौत के बाद उसके परिजनों की काफी खोजबीन की गई। उसकी फोटो वायरल हुई, तो एक से डेढ़ घंटे बाद उसके माता-पिता को हादसे के बारे में पता चला। इसके बाद से ही आफरीन के मजदूर पिता अनीश का रो-रोकर बुरा हाल है। इलाहीबाग के पूर्व पार्षद मोहम्मद अख्तर ने बताया कि 8 माह से काम चल रहा है। घनी आबादी के बीच बन रहे नाला पर स्लैब नहीं रखने से बच्ची की जान चली गई है। घटना को लेकर नगर निगम और ठेकेदार के खिलाफ आक्रोश है।
इधर नगर निगम के अपर आयुक्त दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि वह खुद मौके पर गए थे वहां पर नाला निर्माण का कार्य स्लैब डालकर किया जा रहा है। बच्ची किन परिस्थितियों में कैसे गिरी? उसे उस समय गिरने के दौरान किसने देखा? वहां कौन मौजूद था और यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। उन्होंने महापौर डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव के साथ जिला चिकित्सालय पहुंचकर मृत बच्ची के परिजनों और मोहल्ले के लोगों से मुलाकात की है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि बच्ची नाले के पास गिरी हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पहले कुछ भी कहना उचित नहीं होगा। परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी।